पटना: बंगाल की सन प्लांट एग्रो लिमिटेड ने बिहार के सैकड़ों निवेशकों से कई करोड़ की उगाही कर ली है. सिक्यूरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) अब तक कंपनी के 2008-09 के ही रेकॉर्ड की जांच कर पाया है.
इसके मुताबिक उस साल 30,470 निवेशकों से 24.31 करोड रुपये की उगाही की गयी. अगले साल कंपनी ने प्लांटेशन के नाम पर 40,654 लोगों से पैसे जमा लिये. सेबी इन कागजात की जांच कर रही है. फिलहाल सेबी ने इस कपंनी को भी पैसे जमा लेने और किसी भी तरह की नयी योजना लांच करने से रोक दी है.
प्रभात खबर को निवेशकों ने दूरभाष पर बताया है कि सन प्लांट एग्रो लिमिटेड के नाम पर कई एजेंटों ने कम दिनों में अधिक पैसे वापस करने का प्रलोभन देकर पैसा जमा कराया है. सेबी ने प्लांटेशन का कारोबार कर रही इस कपंनी को निवेशकों से जमा लिये पैसों से खरीदी गयी किसी भी संपत्ति की बिक्री से भी मना किया है. इसके अतिरिक्त कंपनी अपनी किसी भी संपत्ति को किसी दूसरे के नाम हस्तांतरण भी नहीं कर सकेगी.
सन प्लांट एग्रो लिमिटेड के कार्य करने का अनोखा तरीका था. किसी भी निवेशक को 1050 रुपये में एक पौधा दिया जाता था. खरीदार को कंपनी के साथ एक म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग पर दस्तखत करना होता था. सात साल बाद निवेशक के पास 15 सीएफटी लकड़ी की कीमत की राशि मिलनी थी और शेष कंपनी का हिस्सा होता.
सेबी को मिले कागजात के अनुसार 2003-04 से 2009-10 तक करीब दो लाख निवेशकों से 70 करोड़ की उगाही की गयी. बाद में निवेशकों के कागजात का हिसाब नहीं रखा गया. सेबी की रिपोर्ट के मुताबिक जांच के क्रम में कई अनियमितताएं पायी गयीं. सेबी ने निवेशकों के हित में कंपनी की तमाम गतिविधियों पर रोक लगा दी है.