सावधान! कहीं आप मिलावटी मिठाइयां तो नहीं खरीद रहे

पटना: त्योहार का सीजन चल रहा है. मार्केट में रंग-बिरंगे और स्वादिष्ट मिठाइयां सज चुकी हैं, लेकिन खूबसूरत दिखनेवाली मिठाइयों से आप धोखा खा सकते है. क्योंकि त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने के कारण मिलावटखोरों की चांदी हो जाती है. अधिक फायदा कमाने के लिए दुकानदार खोवे में मैदा और वर्क मे एल्युमिनियम मिला […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 2, 2013 8:46 AM

पटना: त्योहार का सीजन चल रहा है. मार्केट में रंग-बिरंगे और स्वादिष्ट मिठाइयां सज चुकी हैं, लेकिन खूबसूरत दिखनेवाली मिठाइयों से आप धोखा खा सकते है. क्योंकि त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने के कारण मिलावटखोरों की चांदी हो जाती है. अधिक फायदा कमाने के लिए दुकानदार खोवे में मैदा और वर्क मे एल्युमिनियम मिला रहे है.

खोवे में हो रही मिलावट: खोवे वाली मिठाइयों में सबसे अधिक मिलावट की जाती है. वर्क के नाम पर आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ करते हुए एल्युमिनियम, लेड का वर्क मिलाया जाता है. सूत्रों की माने तो खोवे में मैदा, आलू के साथ रिफाइन का इस्तेमाल किया जाता है. इससे खोवे का वेट बढ़ने के साथ ही आम लोगों के सेहत को नुकसान पहुंचाता है. वर्क का काम अहमदाबाद, कानपुर, दिल्ली, मुंबई और इंदौर से आता है.

ऐसे पहचाने शुद्ध मिठाई: मिठाई पर चढ़े वर्क को हाथ में लेकर रगडें. यदि चांदी का वर्क होगा, तो हाथ में रगड़ते ही गायब हो जायेगा. यदि मिलावटी वर्क होगा, तो वह कई हिस्से में टूट कर बिखर जायेगा. चांदी का वर्क जीभ पर रखते ही घुल जाता है. असली खोवा चिकना होता है. जबकि मिलावटी चिपचिपा होता है.

बिगड़ती है पाचन क्रिया: फिजिशियन डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी का कहना है कि मिलावटी मिठाई खाने से ब्लड, पेट के साथ ही हर्ट को भी नुकसान होता है. मैदा और आटा मिला हुआ खोवा शरीर के पाचन क्रिया को पूरी तरह से खराब कर देते हैं. इस कारण शरीर के अंदर ऑक्सीजन लेने में अधिक ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है, जबकि मिलावटी वर्क के खाने से ब्लड सकरुलेशन बाधित होने के साथ ही रक्त में खराबी आती है.

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