पटना: चुनाव आयोग ने अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को नोटिस जारी किया है. आयोग ने उनसे चार नवंबर तक जवाब मांगा है. साथ ही आयोग ने तीनों को चेतावनी दी है कि आगे से ऐसी बातें नहीं की जाएं.
आयोग ने रविवार को अमित शाह को नोटिस जारी करते हुए कहा कि शाह ने ‘बिहार में भाजपा की हार पर पाकिस्तान में पटाखा छुटने’ की बात कही है. यह चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भाजपा को लेकर उनके बयान कि ‘प्लान बी क्या है? ये एक हिंदुस्तानी को दूसरे से लड़ाते हैं.
हिंदू को मुसलमानों से लड़ाने हैे’को भी चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन बताया गया है. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ अमित शाह को नरभक्षी, बिल्कुल पागल, ब्रह्मपिशाच और नरभक्षी कहने के आरोप को आयोग ने गंभीरता से लेते हुए कहा है कि यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है.
इसके अलावा चुनाव आयोग ने जदयू के अध्यक्ष शरद यादव के जवाब पर असंतोष जताया है. आयोग ने उन्हें चेतावनी देते हुए कहा है कि आपके जैसे वरिष्ठ नेता से ऐसी उम्मीद नहीं है. आयोग ने उन्हें बिहारशरीफ में दिये गये भाषण की तरह भविष्य में भाषण नहीं देने की नसीहत दी है.
दूसरी ओर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को जारी पत्र में आयोग ने कहा है कि समाचार पत्रों में घृणा फैलानेवाले विज्ञापनों के प्रकाशन पर रोक लगायी जाये. भाजपा के विज्ञापन की चर्चा की गयी है, जिसमें कहा गया था कि दलितों-पिछड़ों के आरक्षण में कटौती और वोटों की खेती से संबंधित विज्ञापन का प्रकाशन गलत है. चुनाव आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को निर्देश दिया है कि वे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को नोटिस देकर इस तरह के विज्ञापनों को प्रकाशित नहीं कराने का आदेश दें. साथ ही समाचार पत्रों को इस तरह के विज्ञापनों को प्रकाशित करने से बचने को भी कहा है. चुनाव आयोग ने सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चत कराने को कहा कि इस तरह के विज्ञापन प्रकाशित नहीं हो पाएं.