शौरी ने केंद्र की आर्थिक नीतियों पर साधा निशाना
नयी दिल्ली : वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा है. उन्होंने एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में सोमवार को कहा, ‘लोग अब मनमोहन सिंह को याद करने लगे हैं. सरकार की नीतियां बनाने का तरीका कांग्रेस जैसा ही है. बस एक गाय का मुद्दा जुड़ गया है.
ऐसा लगता है कि सरकार को इस बात में मजबूत विश्वास है कि अर्थव्यवस्था का प्रबंधन सिर्फ अर्थव्यवस्था के बारे में सुर्खियों का प्रबंधन हैं. इससे काम चलनेवाला नहीं हैं. उन्होंने कहा कि ये भारत का अब तक का सबसे कमजोर प्रधानमंत्री कार्यालय है. हालांकि, शौरी की आलोचना को भाजपा ने खारिज किया है. वहीं, सोशल मीडिया पर बहस शुरू हो गयी है.
वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने लिखा है, अरुण शौरी अब आलोचना कर रहे हैं, लेकिन वे वर्ष 2009 में मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए नामित करनेवाले सबसे पहले लोगों में शामिल थे. वहीं, आप के विधायक सोमनाथ भारती ने ट्वीट किया, ये प्रमाणपत्र किसी बाहरी ने नहीं दिया है. ये प्रतिष्ठित श्री अरुण शौरी ने दिया है. मोदीभक्त अब क्या कहेंगे.
यह उनकी निजी राय है, जो लोगों की सोच से अलग है. देश के सभी हिस्सों के लोग नरेंद्र मोदी का समर्थन कर रहे और भाजपा एक के बाद एक चुनाव जीत रही है.
वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री
शौरी पार्टी के सदस्य नहीं
शौरी ने हाल ही में सदस्यता अभियान के दौरान अपनी सदस्यता का नवीकरण नहीं कराया था, जिसके बाद यह समाप्त हो गया.
अरुण सिंह, भाजपा महासचिव