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पीयू में कब शुरू होगा वाइ-फाइ

पीयू में कब शुरू होगा वाइ-फाइ विश्वविद्यालय को स्मार्ट बनाने की योजना अधर मेंलाइफ रिपोर्टर, पटनापटना यूनिवर्सिटी को कई बार स्मार्ट बनाने की कोशिश की गयी, लेकिन स्मार्ट बनाने की कोशिश हमेशा नाकाम रही. यूनिवर्सिटी में अब तक वाय-फाय की सुविधा नहीं है. कंप्यूटर सेंटर को सही समय पर अपलोड करने के लिए कागजात नहीं […]

पीयू में कब शुरू होगा वाइ-फाइ विश्वविद्यालय को स्मार्ट बनाने की योजना अधर मेंलाइफ रिपोर्टर, पटनापटना यूनिवर्सिटी को कई बार स्मार्ट बनाने की कोशिश की गयी, लेकिन स्मार्ट बनाने की कोशिश हमेशा नाकाम रही. यूनिवर्सिटी में अब तक वाय-फाय की सुविधा नहीं है. कंप्यूटर सेंटर को सही समय पर अपलोड करने के लिए कागजात नहीं मिलते हैं. वहीं यूजीसी ने कई बार कैंपस को वाय-फाय करने का निर्देश भी दिया था, लेकिन निर्देश का भी पालन अब-तक नहीं हो पाया. इससे स्टूडेंट्स को भी पढ़ाई में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. वर्तमान में स्टूडेंट्स टेक्निकल नॉलेज हासिल कर रहे हैं, लेकिन इसकी शिक्षा देनेवाली यूनिवर्सिटी ही बैकफुट पर है. यूनिवर्सिटी तकनीकी रूप से स्ट्रॉन्ग अब-तक नहीं हो पायी है. पीयू का कोई भी विभाग अब तक कंप्यूटर फ्रेंडली नहीं हो पाया है. इसके साथ-साथ कॉलेजों का भी यही हाल है. यहां तक की बीसीए और एमसीए की पढ़ाई करनेवाले स्टूडेंट्स को भी कंप्यूटर की जानकारी मात्र 25 प्रतिशत दी जाती है. इसके भी कई कारण हैं. कॉलेज और विभाग के पास सॉफ्टवेयर भी मौजूद नहीं हैं, जिससे स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाये. इस कारण स्टूडेंट्स को कोचिंग का सहारा लेना पड़ता है. यूं ही टाली जा रही योजनापीयू को सूचना तकनीक के इस्तेमाल से सत्र 2012-13 में स्मार्ट क्लास, वाय-फाय, ऑनलाइन क्लासेज के अलावा अनेक सुविधाओं से पीयू को लैस होना था, लेकिन पीयू में यह सुविधा अधूरी रह गयी. नॉलेज नेटवर्क सिस्टम के सहयोग से पीयू अपने सभी ऑफिस और सेंट्रल लाइब्रेरी को इंटरनेट से जोड़नेवाला था, लेकिन इस योजना पर भी परदा लग गया. यूजीसी के बराबार निर्देश के बाद भी पीयू में कोई सुविधाएं नहीं बढ़ पायीं. पीजी के 30 विभागों को स्मार्ट बनने की योजना भी खटाई में पड़ गयी है. सत्र 2011-12 में ही प्रयोग के तौर पर पांच पीजी डिपार्टमेंट में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गयी थी. यह व्यवस्था पीयू में सूचना तकनीक के प्रयोग से होनेवाली थी, लेकिन यह योजना फेल हो गयी. इसके साथ कई योजनाओं पर परदा गिर गया. स्टूडेंट्स को हो रही हानि बीएन कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि यदि कैंपस में इंटरनेट की व्यवस्था लागू हो जाती है, तो छात्र व शिक्षक इससे लाभान्वित होंगे. क्लास में वे कंप्यूटर, प्रोजेक्टर की सहायता से स्क्रीन पर जरूरी जानकारी समझा पायेंगे. यह जानकारी सुरक्षित भी रहेगी. यदि कोई लेक्चर समझ में नहीं आया अथवा कोई चीज नोट नहीं कर पाये, तो परेशान होने की कोई जरूरत नहीं होगी. बाद में इसे आसानी से समझ सकते हैं. अन्य विश्वविद्यालय इस मामले में आगे निकल चुके हैं. इससे स्टूडेंट्स को काफी हानि हो रही है. स्टूडेंट्स को पढ़ाई में जो चीजें समझ में नहीं आती हैं, उसे इंटरनेट से समझ सकते हैं. पर यह सुविधा नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स परेशान हो रहे हैं. हो जायेंगे सभी कामप्रोसेस में लेट हुआ है. ठीक हरने के लिए लोग लगे हुए हैं. बैठक में जो भी फैसला हुआ है, इसकी जानकारी कंप्यूटर सेंटर इंचार्ज को दे दी गयी है. अब उनकी जिम्मेवारी है, इसे जल्द से जल्द अमल में लाया जाये. वैसे हम लोग लगे हुए हैं. जल्द ही पीयू को स्मार्ट बना दिया जायेगा. कुछ टेक्निकल कारणों से काम में लेट हो रहा है. प्रो संजय कुमार सिन्हा, रजिस्ट्रार, पीयू

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