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बिना सूचना डॉक्टरों ने फिर किया कार्य बहष्किार

बिना सूचना डॉक्टरों ने फिर किया कार्य बहिष्कारफ्लैगआइजीआइएमएस. मंगलवार को इमरजेंसी में महिला डॉक्टरों से नशेड़ियों ने किया था अभद्र व्यवहार- छह घंटे तक चले कार्य बहिष्कार से मरीजों को हुई परेशानी- बुधवार को भी सात घंटे तक किया गया था कार्य बहिष्कार – एमएस ने कहा, कटेगा डॉक्टरों का वेतन, स्पष्टीकरण भी संवाददाता, पटना […]

बिना सूचना डॉक्टरों ने फिर किया कार्य बहिष्कारफ्लैगआइजीआइएमएस. मंगलवार को इमरजेंसी में महिला डॉक्टरों से नशेड़ियों ने किया था अभद्र व्यवहार- छह घंटे तक चले कार्य बहिष्कार से मरीजों को हुई परेशानी- बुधवार को भी सात घंटे तक किया गया था कार्य बहिष्कार – एमएस ने कहा, कटेगा डॉक्टरों का वेतन, स्पष्टीकरण भी संवाददाता, पटना आइजीआइएमएस में मंगलवार देर रात को आइसीयू में हुई घटना का असर गुरुवार को भी इमरजेंसी में देखने को मिला. सभी रेजिडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार कर संस्थान प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की. हालांकि दो बार संस्थान के एमएस ने डॉक्टरों को मनाने की कोशिश की, लेकिन उनकी बात मानने से वे इनकार कर दिया. एमएस ने बताया कि उनको कार्य बहिष्कार की कोई सूचना नहीं दी गयी है. वहीं सभी डॉक्टर हाजिरी भी बनाये हैं और इमरजेंसी में प्रदर्शन भी कर रहे हैं. इस कारण से इन सभी का वेतन काटा जायेगा. संस्थान के इन कड़े रूख के बाद डॉक्टरों ने भी कहा कि वह काम नहीं करेंगे, लेकिन सभी प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच-बचाव के बाद आखिरकार रेजिडेंट डॉक्टर छह घंटे के बाद काम पर लौट गये, लेकिन इन छह घंटों में इमरजेंसी का काम पूरी तरह से बाधित रहा. इस दौरान अधिकतर मरीजों को वापस लौटना पड़ा. वहीं मंगलवार की रात हंगामा करनेवाले दोनों नशेड़ियों को पुलिस ने गुरुवार को पकड़ लिया. गौरतलब है कि बुधवार को भी घटना के विरोध में सात तक घंटे तक काम ठप रहा था. यह है पूरा मामला मधुबनी के रहनेवाले 40 वर्षीय मरीज कृष्ण कुमार पांडेय को किसी नेता की विशेष पैरवी पर भरती कराया गया. पैरवी की वजह से उनको आइसीयू में रखा गया. इलाज के दौरान देर रात मरीज के दो परिजन नशे में धुत होकर पहुंचे और आइसीयू में घुस गये. डयूटी पर तैनात दोनों महिला डॉक्टरों ने कहा कि मरीज की हालत में पहले से सुधार है, लेकिन वे दोनों सुनने को तैयार नहीं थे. उन्हें बाहर जाने के लिए कहा गया, तो दोनों ने पहले डॉक्टरों को तुम-तड़ाम किया, फिर वे गाली-गलौज करने लगे. दोनों ने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी भी दी. वे महिला डॉक्टरों से मारपीट करने को भी तैयार थे. दोनों महिला डॉक्टर एनेसथिसिया विभाग की हैं. चकमा दे भागे नशेड़ी पकड़े गयेपहले तो हंगामा बढ़ने के बाद भी नशेड़ी आइसीयू से बाहर निकलने को तैयार नहीं थे. यहां तक कि हो-हल्ला सुन कर वहां पहुंचे गार्ड से दाेनों भिड़ गये. जब हंगामा बढ़ने लगा, तब जाकर वे बाहर भागने लगे. सुरक्षा कर्मचारियों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वे किसी की पकड़ में नहीं आये. इसके बाद एमएस डॉ एसके शाही आइसीयू के पास पहुंचे, तो उनका गुस्सा सुरक्षा कर्मचारियों पर टूट पड़ा. गुरुवार की सुबह दोनों आरोपितों को पुलिस ने पकड़ लिया है. बावजूद इसके डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया.कोट संस्थान प्रशासन ने हमारी मांग मान ली है. फिलहाल सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए आइसीयू, वार्ड व इमरजेंसी में गार्ड लगा दिये गये हैं. लेकिन यह व्यवस्था हमेशा रहे, इसके लिए हमने 15 दिनों का समय दिया है. ऐसा नहीं होने पर इसके बाद हम दोबारा से कार्य बहिष्कार करेंगे. – डॉ विवेक राय, अध्यक्ष, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशनकोट डाॅक्टरों की मांग मान ली गयी है. महिला डॉक्टरों के साथ अभद्र व्यवहार करनेवालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इनकी सुरक्षा की मांग को देखते हुए वार्ड, आइसीयू व इमरजेंसी में सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. बावजूद इसके ये लोग कार्य बहिष्कार कर इमरजेंसी में प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसको लेकर कहीं भी लिखित सूचना नहीं दी गयी है. इस कारण से उनका वेतन काटा जायेगा और उनसे स्पष्टीकरण मांगा जायेगा. – डॉ एसके शाही, एमएस \\\\B

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