पटना: बचे 1500 सरकारी प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में गरमी की छुट्टियों में चापाकल लगेंगे. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने कुल 3000 स्कूलों में चापाकल गाड़ने थे. अप्रैल तक 15 सौ लगा दिये गये हैं.
संवेदकों को अप्रैल, 2013 तक सभी स्कूलों में चापाकल लगाने का टास्क दिया गया था. सरकारी स्कूलों में चापाकल केंद्रीय राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत लगाया जाना है. चापाकल लगाने पर 11. 18 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. आधी राशि 559. 06 लाख रुपये लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने मुहैया कराया है. शेष केंद्र ने दिया है.
खराब चापाकलों की मरम्मत
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत सरकारी स्कूलों में नये चापाकल लगाये जायेंगे. साथ ही खराब चापाकल की मरम्मत की जायेगी. योजना के तहत प्राथमिक विद्यालयों में एक व मध्य विद्यालयों में दो चापाकल लगाये जायेंगे. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने खराब चापाकलों को दुरुस्त करने के लिए सभी जिलों में विशेष अभियान चलाया है. चापाकलों की तत्काल मरम्मत के लिए स्पेशल मोनीटरिंग वैन भेजा है. वैन में सभी उपकरण हैं.