दरअसल, पटना वीमेंस कॉलेज की बीएमसी डिपार्टमेंट की छात्रा को ब्लैक मेल करने की कोशिश तथा यौन शोषण के प्रयास के पूरे मामले में पुलिस के पास कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है. सोशल वेबसाइट पर पोस्ट किये गये संवाद और वाट्स एप के जरिये कॉलेज कैंपस से बाहर आये मामले को आधार बना कर पुलिस ने एफआइआर दर्ज किया है. आरोप है कि शिक्षक संजय दत्ता फिजिकल टच करते थे और नंबर बढ़ाने के नाम पर पीड़ित छात्रा को फोन पर ब्लैक मेल कर रहे थे. उसे अकेले कॉलेज में बुलाया था. पर शिक्षक और छात्रा के बीच जो फोन पर बात हुयी, उसकी रिकार्डिंग किसी के पास नहीं है.
कॉलेज की प्रिसिंपल मैरी जैसी तथा पुलिस दोनों का कहना है कि इस तरह के आरोप जरूर सामने आये हैं, पर प्रमाण नहीं मिला है. यह पूरा मामला अब पीड़िता के बयान पर है.
पुलिस का कहना है कि कॉलेज की जो भी छात्रा अपना बयान देना चाहती है, वह पुलिस के सामने िबना किसी डर-भय के आये. अब अगर पीड़िता पुलिस के सामने मुंह खोलती है, तो अनुसंधान की दिशा तय हो जायेगी. पुलिस आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार करेगी. गौरतलब है कि 15 सितंबर की रात एसएसपी के आदेश पर कोतवाली इंस्पेक्टर रमेश कुमार सिंह ने आरोपित शिक्षक संजय दत्ता के खिलाफ एफआआर दर्ज की है.