अंजनी कुमार सिंह
नयी दिल्ली : कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने 40सीटों की सूची बनाकर उसे अंतिम रूप दे दिया है. इसी सूची को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास भेजी जायेगी. चूंकि गंठबंधन में शामिल दलों के साथ अभी सीट-टू-सीट बात नहीं हुई है, इसलिए इसका खुलासा न करते हुए जिन सीटों पर आपस में सहमति बन जायेगी, उन सीटों के उम्मीदवारों के चयन का काम भी आरंभ कर दिया जायेगा.
गौरतलब है कि राज्य में सीटों के चयन और उम्मीदवारों के संभावित नाम के लिए पूर्व राज्यपाल व सांसद निखिल कुमार की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की गयी है. उसके बाद पूरी सूची स्क्रीनिंग कमेटी से होते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास जायेगी, जिसपर मुहर लगेगी.
हालांकि, इस कमेटी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक दल के नेता को शामिल नहीं किया गया है. क्योंकि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पास कई लोगों ने यह शिकायत की थी कि प्रदेश अध्यक्ष और सीएलपी नेता मिलकर अपने पसंदीदा लोगों का चुनाव कर लेते हैं, जिससे पार्टी के आम कार्यकर्ता में नाराजगी होती है, साथ ही पराजय का मुंह देखना पडता है.
इसी से बचने के लिए इस बार ऐसे प्रयोग किये जाने की बात बतायी जा रही है. हालांकि निखिल कुमार इससे इंकार करते हुए कहते हैं कि चूंकि सेंट्रल स्क्रीनिंग कमेटी में प्रदेश अध्यक्ष और सीएलपी नेता शामिल होते हैं, इसलिए दोहराव न हो इसके लिए ऐसी व्यवस्था इस बार की गयी है.
सीटों को चुनने का काम लगभग पूरा हो गया है. कुछ सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर भी आपस में अनौपचारिक चर्चा हुई है. लेकिन महागंठबंधन के साथ चयनित सीटों पर जबतक अंतिम फैसला नहीं हो जाता है, तब-तब उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया थोड़ी धीमी रहेगी.
एक बार बाकी दलों के साथ सीटों के चयन का अंतिम फैसला हो जाये, उसके बाद उम्मीदवारों का चयन भी कर लेंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस ने सीटिंग सीट को छोड़कर प्रत्येक जिले में एक-एक सीट का नाम दिया है. लगभग 70 सीटों की सूची बनायी गयी है जो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंपी जायेगी.
उन्हीं सीटों के आधार पर राजद और जदयू के साथ सीटों को अंतिम रूप दिया जायेगा. बताया गया है कि शुक्रवार को एक बार फिर से आपस में बात कर इस सूची को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेज दी जायेगी. निखिल कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद के साथ मंच शेयर न करने की बात कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से कभी नहीं कहा गया है. कुछ लोग जानबूझकर इस तरह की बातें फैलाने का काम करते हैं.
गुरुवार को हुई बैठक में निखिल कुमार के अलावा जिन नेताओं ने भाग लिया उनमें सांसद रंजीता रंजन और मौलाना अशरारूल हक, पूर्व मंत्री अखिलेश सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा, अशोक राम, शकील अहमद खान, विजय शंकर दुबे, चंदन बागची और रामजतन सिन्हा शामिल हुए.