पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि सौ चूहे खा कर बिल्ली चली हज को जैसे ही भाजपा काम कर रही है. कल तक जिसने हजारों मुसलमानों का कत्ल कराया , उन्हें घर से बेघर कर दिया , मुसलमानों के सपनों को रौंद दिया, आज ये उनके हिमायती बने है?
आज जब चुनाव की बारी आयी तो लगे वादों की झड़ी लगाने? भाजपा के मुसलमान नेताओं से पूछना चाहते हैं कि जब गोधरा में मुसलमानों का कत्लेआम किया जा रहा था तो वो कहां थे? जब उनके घर उजाड़े जा रहे थे तो वो कहां थे ? जब वो दर दर की ठोकरे खा रहे थे तो भाजपा के मुसलमान नेता कहा थे ? ये तो वहीं हैं जिन्होंने इन तमाम वारदातों को अंजाम दिया है और आज ये घडियाली आंसू बहा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेता सुशील मोदी खुद से इफ्तार पार्टी नहीं दी है.
वो तो किसी मुसलमान नेता के साथ जुड़ जाते हैं और कहते हैं कि उनके पार्टी में ज्यादा लोग आते हैं. अगर हिम्मत है तो सुशील मोदी गांधी मैदान में मुसलमानों की सभा बुला ले तो उनकी ताकत सामने आ जायेगी. सिर्फ मुट्ठी भर आयातीत मुसलमानों के भरोसे अल्पसंख्यकों का भरोसा नहीं जीता जा सकता है. एक हॉल में पैसे के बल पर बुलायी गयी भीड़ में मात्र 50 फीसदी ही मुसलमान थे. संजय सिंह ने कहा कि कब्रिस्तान के घेराबंदी की बात करते हैं और यह श्रेय खुद ले रहे हैं. वे कोरा झूठ बोलते हैं. यह घेराबंदी नीतीश कुमार निर्देश पर किया गया था.
जब नीतीश कुमार की सरकार 2005 में बनी थी उस समय मुसलमान भाइयों ने ये मांग रखी थी कि कब्रिस्तान की घेराबंदी करायी जाये. इसके बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत निर्देश देते हुए घेराबंदी करायी थी.
कोसी, कमला, गंगा, बागमती और घाघरा खतरे के निशान से ऊपर
पटना. 10 से 25 मिली मीटर बारिश होने से सूबे की पांच नदियों में उफान आ गया है. गंगा भागलपुर और फरक्का, घाघरा सीवान में, बागमती मुजफ्फरपुर में, कमला-बलान दरभंगा में तथा कोसी खगडि़या और कटिहारमें खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गयी है. कोसी, कमला-बलान और घाघरा के खतरे के निशान से तेजी से ऊपर बढ़ने के कारण लोग सहमे हैं. केंद्रीय जल आयोग ने पांच नदियों के जल स्तर में हुई वृद्धि से लोगों को न घबराने की अपील की है.