पटना: केंद्रीय कोयला, उर्जा व नवीकरण मंत्री पीयुष गोयल ने कहा है कि केंद्र की रोशनी से बिहार जगमग है. पिछले तीन साल में बिहार सरकार ने एक मेगावाट भी बिजली का उत्पादन नहीं कर सकी. यहां तक कही नहीं बिजली सेक्टर में उपलब्ध राशि को भी वह खर्च करने में काफी पीछे है. वे रविवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे.
श्री गोयल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए और चुटकी लेते हुए कहा कि पिछले तीन साल में वह एक मेगावाट तो बिजली उत्पादित नहीं कर पायी. बिजली के लिए पूरी तरह से केंद्र के भरोसे है लेकिन अखबारों में विज्ञापन देकर रौशन बिहार का दावा कर अपना पीठ थपथपा करी है. केंद्रीय पुल से बिहार को जो बिजली आवंटित है उससे 484 मेगावाट अधिक दे रहे हैं. बांका में अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट के लिए कोयला की व्यवस्था कर दी गयी है लेकिन बिना जमीन का तो यह स्थापित नहीं होगा. स्पेशल कैबिनेट कर बिहार सरकार बिजली पर गलत बयानी कर अपनी पीठ थपथपा रही है.
आरइसी व कौशल विकास निगम के बीच हुआ एमओयू
पटना. बिहार के युवाओं में कौशल विकास को लेकर रविवार को केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयुष गोयल और केंद्रीय कौशल विकास व उद्यमशीलता राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी की मौजूदगी में ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लि. (आरइसी) और कौशल विकास निगम के बीच एमओ यू पर हस्ताक्षर हुआ.
इस अवसर पर श्री रूडी ने कहा कि उर्जा मंत्रालय के अधीन आरइसी, पावर ग्रिड, एनटीपीसी आदि अपने कारपोरेट सामाजिक दायित्व के तहत कौशल विकास निगम को धन उपलब्ध कराएं हैं.
इससे यहां के नौजवानों के कौशल को विकसित किया जाएगा. इस मौके पर एनटीपीसी के निदेशक वित्त के विश्वास ने कौशल विकास निगम के छह करोड़ का चेक सौंपा. चार करोड़ और दिया जाएगा. श्री रूडी ने कहा राज्य में 40 केंद्र खुलेगा जहां पर इन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा. हम अपनी मानवीय ताकत को और बढ़ाएंगे. इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री राम कृपाल यादव, आरइसी के अध्यक्ष राजीव शर्मा, कौशल विकास निगम के दिलीप चिनाय, कौशल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव ज्योत्साना आदि भी उपस्थित थी.