पटना/ पटना सिटी: गुरु गोविंद सिंह जयंती समारोह को लेकर रविवार को मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने पटना सिटी जाकर स्थल का निरीक्षण किया. साथ ही उन्होंने पटना सिटी के उन सभी स्थलों का निरीक्षण भी किया जहां पर निर्माण कार्य कराया जाना है. पटना सिटी की सड़कों का भी मुआयना किया गया.
डीजीपी पीके ठाकुर,विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव-सचिवों, रेलवे के जीएम एके मित्तल, पटना के जिलाधिकारी व एसएसपी के साथ ही कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये. नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि समारोह को लेकर पटना सिटी की प्रमुख समस्या आवागमन को लेकर है. उन्होंने बताया कि रेलवे के जीएम के साथ यह निर्णय लिया गया कि अंगरेजों के समय निर्मित पटना घाट रेलवे स्टेशन का विशेष रूप से पुनर्निर्माण किया जायेगा. यहां तक बिहार से बाहर से आनेवाली विशेष रेलगाड़ियों को पहुंचाने की व्यवस्था होगी. बाहर के यात्री सीधे पटना घाट रेलवे स्टेशन तक पहुंचेंगे. जीएम ने समय -सीमा में इसके निर्माण कराने की सहमति दे दी है.
गंगा पाथ वे से जुड़ेगा कंगन घाट
कंगन घाट से तख्त हरिमंदिर जी से अशोक राजपथ तक सड़क का चौड़ीकरण किया जायेगा. इसे गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जायेगा. इसके लिए पोस्ट ऑफिस, टेलीफोन एक्सचेंज व थानों की जमीन को चिह्न्ति किया जा चुका है. यह सड़क 50 फुट चौड़ी होगी. पटना सिटी के कंगन घाट से गुरु गोविंद सिंह कॉलेज होते हुए खाजेकलां तक चार किलोमीटर तक नयी समानांतर सड़क का निर्माण कराया जायेगा.
पटना साहिब स्टेशन के पास ओवरब्रिज तैयार हो रहा है. वहां से चौक तक पहुंचने के लिए एक संकरी सड़क है. इसके समानांतर ओपने नाला को पाट कर फोर लेन सड़क तैयार करायी जायेगी. यह आरओबी और एनएच-30 से जुड़ जायेगा. इसके अलावा पटना सिटी की बाजार समिति से गुरु के बाग होते हुए सीधा दीदारगंज तक 700 मीटर तक नया फोर लेन का निर्माण कराया जायेगा.
खाजेकलां से किला घाट तक बनेगी सड़क
अमृत लाल मीणा ने बताया कि अशोक राजपथ पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए खाजेकलां घाट से लेकर किला घाट तक सड़क का निर्माण गंगा तट के किनारे कराया जायेगा. इस दिशा में कार्य चल रहा है. विकास योजनाएं अगस्त, 2016 तक मूर्त रूप ले लेंगी. इस दरम्यान प्रबंधक कमेटी के वरीय उपाध्यक्ष सरदार शैलेंद्र सिंह व महासचिव सरदार सरजिंदर सिंह समेत अन्य सदस्यों ने मुख्य सचिव व रेलवे के जीएम से गंगा तट पर पटना घाट के पास 75 एकड़ भूमि की मांग रखी. वरीय उपाध्यक्ष ने बताया कि अधिकारियों ने 25 एकड़ जमीन गंगा तट पर कंगन घाट के पास देने व विकास योजनाओं के लिए फंड देने की बात कही. इसके साथ नागरिक सुविधाओं में साफ सफाई व बिजली के साथ अन्य सुविधाएं देने की योजना पर भी चर्चा हुई.