इसमें साउथ बिहार व नार्थ बिहार पावर वितरण कंपनी ने अलग-अलग डीपीआर तैयार की है. डीपीआर के अनुसार साउथ बिहार में नया पावर सब स्टेशन 117 बनाने की जरूरत है. सिंचाई के लिए 11 केवी के 565 फीडर लगाये जायेंगे. 33 केवी का 58 फीडर लगेगा, जहां से सब लाइन निकाल कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था होगी. साउथ बिहार के 17 जिले के ग्रामीण क्षेत्र के लिए 25 केवीए के लगभग 28 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे. फीडर से बिजली आपूर्ति के लिए 33 केवी के 1594 किलोमीटर व 11 केवी के 6500 किलोमीटर बिजली तार लगाया जायेगा. नार्थ बिहार के 21 जिले के ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई व्यवस्था के लिए लगभग 800 फीडर लगेगा.
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सिंचाई के लिए लगेंगे 1400 फीडर
पटना: दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था के लिए बिजली परियोजना पर काम होना है. सभी खेत को पानी मिले इसके लिए अलग से फीडर लगेगा. नया पावर सब स्टेशन बना कर बिजली लाइन की व्यवस्था होगी. बिजली कंपनी ने योजना के तहत डीपीआर तैयार किया है. डीपीआर […]
पटना: दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था के लिए बिजली परियोजना पर काम होना है. सभी खेत को पानी मिले इसके लिए अलग से फीडर लगेगा. नया पावर सब स्टेशन बना कर बिजली लाइन की व्यवस्था होगी. बिजली कंपनी ने योजना के तहत डीपीआर तैयार किया है. डीपीआर पर काम शुरू करने के लिए आगे की प्रक्रिया के लिए केंद्र से स्वीकृति का इंतजार है. डीपीआर को स्वीकृति मिल जाने के बाद टेंडर निकाल कर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा.
बिजली कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र में राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत पहले से काम चल रहा है. योजना में हर खेत को पानी पहुंचाने के लिए अलग से बिजली उपलब्ध कराने की व्यवस्था है. सिंचाई के लिए अलग से फीडर की व्यवस्था के लिए 4707 करोड़ से बिजली परियोजना पर काम होना है. इसमें 33 व 11 केवी लाइन का विस्तार किया जाना है. फीडर के अलावा नया पावर सब स्टेशन बनाने के साथ 25 केवीए का डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाना है. सिंचाई के लिए अलग फीडर की व्यवस्था के लिए बिजली कंपनी ने डीपीआर तैयार की है.
नया पावर सब स्टेशन 170 बना कर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था होगी.
25 केवीए के लगभग 40 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर लगाये जायेंगे. बिजली कंपनी द्वारा बिजली आपूर्ति व्यवस्था के लिए डीपीआर तैयार कर केंद्र के पास भेजी गयी है. मिली जानकारी के अनुसार केंद्र से स्वीकृति मिलने का इंतजार है. केंद्र से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
साउथ बिहार
अलग नये फीडर के लिए 586.56 करोड़, 33 केवी लाइन पर 214.46 करोड़, 33 केवी सब स्टेशन वर्क्स पर 347.90 करोड़, एलटी लाइन इन्फ्रास्ट्रर वर्क्स पर 384.93 करोड़ व फीडर का मीटरिंग, डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर पर 299.15 करोड़ खर्च है.
नार्थ बिहार
नये फीडर के लिए 664.88 करोड़, 33 केवी लाइन पर 432.33 करोड़, 33 केवी सब स्टेशन वर्क्स पर 433.19 करोड़, एलटी लाइन इन्फ्रास्ट्रर वर्क्स पर 902.02 करोड़ व फीडर की मीटरिंग, डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर पर 442.10 करोड़ खर्च है.
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