पटना: किशनगंज में जवानों की पिटाई से बुरी तरह घायल छात्र श्याम नारायण उर्फ सीकू (18) की इलाज के दौरान बुधवार तड़के बुधवार तड़के मौत हो गयी. उसका इलाज एसपी वर्मा रोड के रूबन अस्पताल में किया जा रहा था. उसके किडनी व लीवर फेल हो गये थे. सीकू की मौत के बाद पीएमसीएच में कड़ी सुरक्षा के बीच शव पोस्टमार्टम कराया गया.
इसके बाद शव को उसके गया के कोंच थाने के मुरेरा स्थित घर पर ले जाया गया. इस दौरान उसके पिता अमरेंद्र नारायण सिंह, चचेरा भाई रोहित व अन्य परिजन उपस्थित थे. वहीं, मौत की खबर मिलते ही सैदपुर छात्रावास, बीएन कॉलेज छात्रवास के बड़ी संख्या में छात्र भी रूबन अस्पताल पहुंच गये. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सिटी एसपी मध्य चंदन कुशवाहा के नेतृत्व में गांधी मैदान,पीरबहोर, बहादुरपुर थानों की पुलिस अस्पताल से लेकर पीएमसीएच तक शव के साथ ही तैनात रही. कारगिल चौक शव पहुंचने पर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन पुलिस ने स्थिति को तुरंत संभाल लिया. इसके बाद पीएमसीएच में भी थोड़ी देर के लिए हंगामा हुआ, लेकिन पुलिस बल ने तुरंत ही स्थिति नियंत्रित कर ली.
मौत की खबर सुनने के बाद रूबन अस्पताल से लेकर पीएमसीएच पोस्टमार्टम रूम तक विभिन्न दलों के नेता पहुंचते रहे और परिजनों को ढांढ़स बंधाते रहे. सबसे पहले रूबन अस्पताल में सांसद पप्पू यादव पहुंचे. इसके बाद पीएमसीएच पोस्टमार्टम रूम के पास पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, पूर्व विधायक अनिल कुमार भी पहुंचे.
एक जून को गया था किशनगंज
सीकू एक जून को बीएसएफ की बहाली में भाग लेने पटना से किशनगंज गया था. इस दौरान बीएसएफ के जवानों के साथ उसकी बहस हुई थी. बीएसएफ ने उसे पुलिस को सौंप दिया. बाद में वह अर्धनग्न स्थिति में किशनगंज स्टेशन के पास मिला. वह बुरी तरह घायल था और अर्धबेहोशी हालत में था. बीएसएफ कहना है कि उसके कैंप में उसकी पिटाई नहीं हुई थी. पुलिस को सौंपे जाने के बाद क्या हुआ, उसे नहीं मालूम. वहीं, किशनगंज के एसपी राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि पुलिस हिरासत में उसकी पिटाई नहीं हुई है. उसे बीएसएफ के जवानों ने पीटा है. इस बीच सीकू से जुड़ी कुछ अन्य खबरें भी आयीं, जिसमें बीएसएफ के जवान की पिटाई करने की बात सामने आयी थी. एक फोटो भी सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति को उसे मारते हुए दिखाया गया था.
सीएम का आदेश: जांच के लिए सीआइडी व जेल आइजी किशनगंज रवाना
छात्र सीकू की मौत के मामले को राज्य सरकार ने गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय ने पूरे मामले की जांच की जिम्मेवारी सीआइडी के आइजी विनय कुमार और जेल आइजी प्रेम सिंह मीणा को सौंपी दी है. वे बुधवार की देर शाम ही किशनगंज रवाजा हो गये. एडीजी (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि जल्द रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है.इसके पहले मुख्यमंत्री ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया. उन्होंने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक पीके ठाकुर से पूरी जानकारी प्राप्त की. कंकड़बाग के गांधीनगर में पूर्व पीएम चंद्रशेखर की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे नीतीश कुमार ने कहा कि जांच दल किशनगंज जाकर मामले के हर पहलू की गहनता से जांच करेगा और उन्हें रिपोर्ट सौंपेगा. जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
केंद्र की पहल
बीएसएफ के डीजी भी करेंगे जांच
सीकू की मौत की जांच बीएसएफ के महानिदेशक भी करेंगे. पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बताया कि मैंने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की थी और उनसे उच्चस्तरीय जांच का अनुरोध किया था. उन्होंने मेरे अनुरोध को स्वीकारते हुए मामले की जांच का निर्देश बीएसएफ की डीजी को दिया गया.
डीआइजी बोले
थाने में नहीं हुई पिटाई
बुधवार को डीआइजी रामनारायण सिंह किशनगंज जाकर जांच की. कहा, उस दिन सीकू 40 मिनट तक थाने में था. शहर के कई गण्यमान्य भी थाने में थे. उनलोगों ने पुलिस द्वारा पिटाई की किसी घटना से इनकार किया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पटना पुलिस के इनक्वेस्ट का इंतजार है. इसके बाद मामले की उलझी कड़ियां काफी हद सुलझ जायेंगी.