पटना: अखिल भारतीय संगठन ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर शुक्रवार को बिहार के सभी थोक व खुदरा विक्रेताओं ने अपनी दुकानें बंद रखीं. इसका असर राजधानी में भी दिखा. यहां गोविंद मित्र रोड स्थित थोक मंडी व अन्य दवा दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं. दुकानों के बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी हुई. वे दिन भर इधर-उधर भटकते रहे. अस्पताल में मिलनेवाली दवाओं से ही उन्हें काम चलाना पड़ा.
इस दौरान सूबे में 80 करोड़ और राजधानी में पटना में पांच करोड़ का कारोबार बाधित हुआ. दवा दुकानदारों की ओर से अपनी मांगों को लेकर गोविंद मित्र रोड से जेपी गोलंबर तक जुलूस निकाला गया. इसके बाद व्यवसायियों ने जेपी गोलंबर पर धरना दिया. अध्यक्षता करते हुए बीसीडीए के अध्यक्ष परसन कुमार सिंह ने कहा कि हड़ताल व धरना केंद्र सरकार की दवा नीति के विरोध में किया गया है.
केंद्र सरकार अपनी प्रस्तावित दवा नीति में इस प्रकार संशोधन करे कि वह कंपनी के साथ दवा व्यवसाय व आम जनता के लिए भी अनुकूल हो. मौके पर अमरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार चौरसिया, बलिराम शर्मा, सज्जन कुमार, कृष्ण मुरारी प्रसाद सिंह, अजरुन कुमार यादव, राजेश कुमार आर्या, मुकेश कुमार गुप्ता, अमरनाथ वर्मा, मोहन प्रसाद सिंह, सत्य प्रकाश, अजय तिवारी आदि मौजूद थे.