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गोदाम में पड़े सड़े चावल को लेने से डीलरों ने किया इनकार

काफी जद्दोजहद के बाद वापस हुआ चावल मसौढ़ी : प्रखंड परिसर स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम में इस बार पटना एसएफसी से सड़ा हुआ चावल आने के बाद प्रखंड व नगर के विक्रेताओं में काफी रोष है. तीन दिन बीत जाने के बावजूद एक भी जन वितरण विक्रेताओं ने वहां से अनाज का उठाव […]

काफी जद्दोजहद के बाद वापस हुआ चावल
मसौढ़ी : प्रखंड परिसर स्थित राज्य खाद्य निगम के गोदाम में इस बार पटना एसएफसी से सड़ा हुआ चावल आने के बाद प्रखंड व नगर के विक्रेताओं में काफी रोष है. तीन दिन बीत जाने के बावजूद एक भी जन वितरण विक्रेताओं ने वहां से अनाज का उठाव नहीं किया है.
विक्रेताओं के रोष व एसडीओ से की गयी शिकायत के बाद कार्यपालक दंडाधिकारी शशि कुमार सिंह व अवर निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार ने गोदाम में जाकर चावल की जांच की व एसडीओ को जांच रिपोर्ट सौंप दी. इधर, एसडीओ के द्वारा एसएफसी के जिला प्रबंधक को इसकी जानकारी देने के तत्काल बाद रविवार को आनन-फानन में सड़े चावल को वहां से हटा कर कहीं और ले जाया गया.
जानकारी के अनुसार मसौढ़ी प्रखंड व नगर के जविप्र के खाद्यान्न का उठाव पहले से ही एक माह का बैकलॉग चल रहा है. पिछले सप्ताह मई माह का उठाव विक्रेताओं द्वारा किया जा रहा था.इसी बीच शुक्रवार को एसएफसी द्वारा यहां सड़े हुए चावल की आपूर्ति कर दी गयी. गोदाम में सड़े हुए चावल को देख कर डीलरों आक्रोशित होकर अनाज का उठाव करना बंद कर दिया. इधर, मसौढ़ी राज्य खाद्य निगम के सहायक प्रबंधक नागेश्वर प्रसाद ने बताया कि जिला प्रबंधक से बार-बार अनुरोध के बावजूद कोई भी ध्यान नहीं दिया जाता है. यहां सड़ा चावल भेज दिया गया है. उन्होंने स्वीकार किया कि उक्त सड़े हुए चावल को यहां से वापस भेज दिया गया है.जल्द ही अच्छे चावल की आपूर्ति की जायेगी.
सहायक गोदाम प्रबंधक में नाम किसी का और कार्यरत कोई
मसौढ़ी : राज्य खाद्य निगम के सहायक गोदाम प्रबंधक आधिकारिक रूप से किसी और का नाम है, लेकिन वहां कोई और ही कार्यरत है. जानकारी के अनुसार जनवितरण विक्रेताओं को दी जाने वाली एसआइओ (भंडार निर्गमादेश) जिससे विक्रेताओं द्वारा अनाज का उठाव किया जाता है.
उस एसआइओ पर सहायक गोदाम प्रबंधक के रूप में अरुण कुमार यादव का नाम अंकित है, लेकिन उसी निर्गमादेश पर सहायक गोदाम प्रबंधक की जगह फॉर लिख कर नागेश्वर प्रसाद के रूप मे हस्ताक्षर किया जाता है. इस बाबत नागेश्वर प्रसाद ने बताया कि पूर्व में अरुण कुमार यादव की प्रतिनियुक्ति यहां हुई थी, लेकिन कुछ ही दिनों बाद उनकी नियुक्ति कहीं और कर दी गयी. भंडार निर्गमादेश पर तकनीकी भूल से ऐसा हुआ है.
यदा -कदा मसौढ़ी आते हैं गोदाम प्रबंधक
जनवितरण विक्रेताओं ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि मसौढ़ी गोदाम प्रबंधक यदा-कदा ही मसौढ़ी आते हैं. इनकी जगह एक निजी व्यक्ति को गोदाम के कार्य की देखरेख के लिए रखा गया है. अगर किसी तरह की कोई शिकायत भी होती है, तो उसका निराकरण नहीं हो पाता है.

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