पटना/ फुलवारी: राजधानी में नकली स्टांप पेपर छाप कर कई राज्यों में सप्लाइ करनेवाला एक बड़ा गिरोह मंगलवार को पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इस गिरोह के कई ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी कर करोड़ों रुपये के नकली स्टांप, नॉन जुडिशियल स्टांप व डाक टिकट के साथ ही छपाई मशीन भी बरामद की है. छापेमारी रामकृष्ण नगर थाने के खेमनीचक, बहादुरपुर व कदमकुआं सहित कई अन्य इलाकों में भी की गयी. पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार भी किया है. मुख्य सरगना पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा.
हालांकि, पुलिस ने मामले का अब तक खुलासा नहीं किया है. सरगना की तलाश में छापेमारी की जा रही है. बताया जाता है कि पत्रकार नगर थाना के आदर्श नगर के रोड न-1 में जाली स्टांप पेपर छपाई का काम चल रहा था. यहां से छपाई मशीन के साथ जाली स्टांप के साथ तीन लोगों को हिरासत में लिया गया. यह मकान करकटनुमा था, जहां से गिरफ्तार लोगों की निशानदेही पर रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र खेमनीचक गांव में आठ वर्षो से बेऊर जेल में हत्या के आरोप में बंद संजय राय के मकान में छापेमारी की गयी, तो वहां से रंजीत कुमार व उसके तीन साथी भारी मात्र में स्टांप पेपर की नत्थी करते हुए पकड़े गये.
पहले हो चुकी है कार्रवाई
इसके पहले भी पुलिस ने 26 अप्रैल, 2011 को कदमकुआं थाने के बंगाली अखाड़ा व जक्कनपुर थाने के चांदपुर बेला में छापेमारी कर करीब 10 करोड़ रुपये के नकली स्टांप, रेवन्यू टिकट, नॉन जुडिशियल स्टांप के साथ नकली नोट भी बरामद किये थे. साथ ही पुलिस ने महेश चंद्र विश्नोई व उसके भाई विष्णु कुमार विश्नोई को गिरफ्तार किया था. दोनों भाई नकली स्टांप छपाई का धंधा वर्षो से कर रहे थे. इसी साल 31 मई को पुलिस ने आलमगंज थाना क्षेत्र में छापेमारी कर करीब 21 लाख रुपये के नकली स्टांप के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था.
अनमोल रत्न श्रीवास्तव व अलिखेश प्रसाद गुप्ता को इस गोरखधंधे का संचालन कर रहे थे. तीन दिसंबर, 2011 को पुलिस ने एक्जिबिशन रोड में शेखर प्रियदर्शी के ठिकाने पर छापेमारी कर करीब एक करोड़ रुपये का नकली स्टांप पेपर बरामद किया था. शेखर गर्दनीबाग में रहनेवाले अजरुन सिंह के साथ मिल कर यह गोरखधंधा कर रहा था. इससे पहले पुलिस ने अजरुन के गर्दनीबाग स्थित घर से 34 लाख रुपये का नकली स्टांप पेपर बरामद किया था. पुलिस ने अजरुन की पत्नी लीला देवी को भी गिरफ्तार किया था.