पूरे प्रदेश में 70 हजार होमगार्ड के डय़ूटी से हाथ खींच लेने के कारण कानून-व्यवस्था के संचालन में मुश्किलें खड़ी हो रही हैं. सरकार की चुप्पी और होमगार्ड संगठन के आंदोलन से कोई मुकम्मल हल निकल पायेगा या नहीं यह तो अभी साफ नहीं है लेकिन हड़ताल परेशानियों का सबब जरूर बनने लगी है. लगातार 24 वें दिन पूरे प्रदेश में हड़ताल का सिलसिला जारी है. कानून व्यवस्था ढीली हो गयी है.
थाने पर गाड़ी के चालक नहीं हैं. बाहरी लोगों से काम लिया जा रहा है. गश्ती प्रभावित है. वाहनों की चेकिंग बिल्कुल बंद है. गांधी सेतु पर रोज जाम लग रहा है. शहर की ट्रैफिक लड़खड़ायी हुई है. पुलिस बूथ, ऑटो स्टैंड सभी जगह सन्नाटे जैसी स्थिति है. पहले से थानों में भारी रिक्तियां नहीं हैं. मैन पावर कम है. हालांकि पुलिस पदाधिकारी इसे आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन अंदर खाने परेशानी महसूस की जा रही है.