मेडिकल कॉलेज की कमियां कहां तक दूर हुई. इसके लिए रविवार को पूर्व निर्धारित बैठक की अध्यक्षता प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्र ने की. उन्होंने बताया कि सूबे के मेडिकल कॉलेजों में नामांकन पर रोक के मामले में बनी रिपोर्ट पर अभी तक साइन नहीं हुआ है. रिपोर्ट को उस वक्त तक मान्य नहीं माना जा सकता है जब तक एमसीआइ अपने वेबसाइट पर रिपोर्ट को लोड नहीं कर दे.
Advertisement
दूर करो एनएमसीएच की खामियां: एमसीआइ
पटना: सूबे के तीन मेडिकल कॉलेजों में सीट घटाने व दो मेडिकल कॉलेजों में नामांकन पर रोक को लेकर एमसीआइ ने सरकार को पत्र नहीं भेजा है,लेकिन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यो को आवश्यक सुधार के लिए पत्र जरूर भेजा रहा है. पत्र में कहा गया है कि एक माह में खामियों को दूर कर लें. […]
पटना: सूबे के तीन मेडिकल कॉलेजों में सीट घटाने व दो मेडिकल कॉलेजों में नामांकन पर रोक को लेकर एमसीआइ ने सरकार को पत्र नहीं भेजा है,लेकिन मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्यो को आवश्यक सुधार के लिए पत्र जरूर भेजा रहा है. पत्र में कहा गया है कि एक माह में खामियों को दूर कर लें. इसी कड़ी में एमसीआइ ने एनएमसीएच के प्राचार्य को पत्र भेजा है.
सूबे के दो मेडिकल कॉलेजों में नामांकन पर रोक एवं तीन मेडिकल कॉलेज में सीट कम करने की बात पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार को लेना है. अगर केंद्र सरकार चाहेगी,तो मेडिकल कॉलेजों में नामांकन की अनुमति मिल जायेगी या बिना निरीक्षण के मेडिकल कॉलेज के द्वारा भेजे गये कंप्लायंस को भी मान कर अनुमति दी जा सकती है.
एमसीआइ के पत्र में इस बात का जिक्र नहीं है कि एनएमसीएच में सीट घटायी गयी है. खामियों को दूर करने के लिए एक माह का समय दिया गया है.
डॉ शिवकुमारी प्रसाद, प्राचार्य,एनएमसीएच
एमसीआइ की अंतिम बैठक 28 मई को होगी. इसके पहले भी हमने खुद दिल्ली जा कर कंप्लांयस दिया था. अभी तक किसी मेडिकल कॉलेज के बारे में विभाग को कोई पत्र नहीं आया है. उम्मीद है कि सभी मेडिकल कॉलेजों में नामांकन होगा.
ब्रजेश मेहरोत्र, स्वास्थ्य सचिव
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement