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राज्य में अराजकता ही अराजकता: मोदी

पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राज्य में अराजकता का माहौल बन गया है. आजादी के बाद अब तक पहली बार किसान आत्महत्या करने को विवश है, तो घोषणा के बावजूद धान खरीद की अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. शिक्षक हड़ताल पर हैं. विधान परिषद में घोषणा के बावजूद […]

पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि राज्य में अराजकता का माहौल बन गया है. आजादी के बाद अब तक पहली बार किसान आत्महत्या करने को विवश है, तो घोषणा के बावजूद धान खरीद की अधिसूचना जारी नहीं की गयी है. शिक्षक हड़ताल पर हैं. विधान परिषद में घोषणा के बावजूद उन्हें सरकार वेतनमान नहीं दे रही है.

जब वे वेतनमान की घोषणा किये तो उन्हें देना चाहिए. मोदी ने कहा कि अपराध का हाल यह है कि गया के डॉक्टर दंपती का चार दिन बाद भी कोई अता-पता नहीं है. उस पर स्वास्थ्य मंत्री आपत्ति जनक बयान देते हैं. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री की तुरंत इस्तीफे की मांग की. मनेर में किसान गजेंद्र सिंह की आत्महत्या के लिए जिम्मेवार जदयू के स्थानीय नेता, मुखिया और चावल मिल के मालिक अखिलेश सिंह पर मुकदमा दर्ज किया जाये. पूरे मामले की उन्होंने सर्वदलीय या उच्चस्तरीय जांच समिति से कराने की मांग की है. वे एक, पोलो रोड स्थित आवास पर पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे.

मोदी ने बताया कि मिल परिसर में ही राज्य खाद्य निगम की धान खरीद केंद्र होने के बावजूद गजेंद्र का धान अखिलेश सिंह ने नहीं खरीदा. वह किसानों से कम दर पर धान की खरीद कर एसएफसी को चावल देकर कमाई करता है. प्रशासन अब इसके लिए पैक्स के अध्यक्ष पर धान खरीद नहीं करने का मामला दर्ज किया है, जबकि जिम्मेवार अखिलेश सिंह है. मोदी ने सरकार से गजेंद्र के परिजन को दस लाख रुपये मुआवजा और उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
गेहूं की खरीद पर मिले तीन सौ रुपये प्रति क्विंटल बोनस
मोदी ने कहा कि गेहूं खरीद की घोषणा के बावजूद आज तक सरकार ने कोई अधिसूचना तक जारी नहीं किया है. किसानों को गेहूं पर प्रति क्विंटल तीन सौ रुपये बोनस देने की मांग की. ओला के कारण गेहूं की मानक में कमी के लिए देश के छह राज्यों ने केंद्र से छूट की मांग की है. पर बिहार सरकार अब तक केंद्र को इसके लिए कोई पत्र लिखने तक की जरूरत नहीं समझी है.
समय पर कार्रवाई होती, तो अपहर्ता पकड़ा जाता
उन्होंने कहा कि डॉक्टर दंपत्ती के अपहरण के चार दिन हो चुके हैं. इसके बावजूद कोई अता पता लगाने में सरकार विफल है. उनके परिजन ने बताया कि जब अपहरण की सूचना एसपी को दी गयी तो उसे बाराचट्टी में एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया गया. इसमें तीन घंटा से अधिक समय लग गया. पत्रकार सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुधीर कुमार शर्मा और पूर्व डीजीपी एआर सिन्हा मौजूद थे.

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