पटना: इजी गेन मार्के टिंग प्राइवेट लिमिटेड एंड इजी फाइनेंसियल सर्विसेज में 100 रुपये से लेकर हजारों रुपये तक निवेश की कई योजनाएं थीं. स्कीम में प्रतिदिन,मासिक और वार्षिक राशि जमा की जाती थी. कंपनी ने पासबुक भी जारी किया था. पुलिस ने बरामद कंप्यूटर को जब खंगालना शुरू किया तो उसमें पांच हजार से अधिक खाताधारियों के नाम, पते और जमा की गयी राशि का ब्योरा मिला. गिरफ्तार चेयरमेन विजेन्दू प्रकाश ने अपनी कंपनी की वेबसाइट बना रखी थी. विजेन्दू पटेल नगर के रवि चौक के पास आनंद श्री अपार्टमेंट में रहता था. फ्लैट में सभी सुविधाएं मौजूद थीं.
रिमांड पर लेगी पुलिस : जालसाज को फिलहाल जेल भेज दिया गया है, लेकिन पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. उसके पास से बैंक के कई पासबुक भी हाथ लगे हैं. सभी एकाउंट को फिलहाल सील कर दिया गया है. जमा राशि का ब्योरा बैंक प्रशासन से मांगा गया है.
कार्यालय से हुई थी गिरफ्तारी : निजी कंपनी में निवेश के माध्यम से हजारों लोगों से करोड़ों ठगी करने वाले विजेन्दू को पुलिस की विशेष टीम ने श्रीकृष्णापुरी इलाके से पकड़ लिया था. वह अपने श्रीकृष्णापुरी स्थित कार्यालय आया हुआ था. इसी समय पुलिस को उसके आने की भनक लग गयी थी. कार्यालय से दो करोड़ बावन लाख रुपये के बांड सह प्राप्तिनामा, एक हजार पास बुक, दो प्रेस आइकार्ड, दो डीमेट किट, दो कंप्यूटर व अन्य फर्जी दस्तावेज बरामद किये गये थे.