पटना सिटी: चिकित्सा जगत में नयी तकनीक की जानकारी देने व जच्च-बच्च मृत्यु दर में कमी लाने के लिए श्री गुरु गोविंद सिंह अस्पताल के एएनएम परिसर में संचालित स्किल लैब (कौशल प्रयोगशाला) बंद हो चुका है. लैब में पटना के अलावा दूसरे जिलों से आनेवाले डॉक्टरों व नर्सो को प्रशिक्षण दिया जाता था. अस्पताल प्रशासन इस संबंध में कुछ भी बोलने से बच रहा है. करीब 20 लाख रुपये से अधिक की लागत से आधुनिक उपकरणों से लैस स्किल लैब की स्थापना ढ़ाई वर्ष पूर्व हुई थी. राज्य स्वास्थ्य समिति के तहत संचालित लैब में ग्रामीण क्षेत्र के डॉक्टरों व नर्सो को नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा था. उद्देश्य यह था कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम संसाधनों के बीच सुरक्षित प्रसव करा जच्च-बच्चा को सुरक्षित किया जा सके, लेकिन योजना कुछ ही दिनों बाद ठप हो गयी. नतीजतन नर्सो का प्रशिक्षण कार्य ठप हो गया.
कौन-कौन मशीन ठप
स्किल लैब में फोटो थेरोपी, रेडियो थेरोपी, रेडियम बारमर के साथ बच्चों में सांस लेने में होनेवाली बीमारी से बचाव के लिए फ्यूलेटर समेत मेडिकल के क्षेत्र से जुड़े प्रमुख उपकरणों को लगाया गया था. प्रशिक्षण के प्रथम चरण में नालंदा, भोजपुर, बक्सर व पटना के मेडिकल अफसर व नर्सो को आधुनिक तकनीक की जानकारी दी गयी थी. यहां से प्रशिक्षित लोग ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र में लोगों को बेहतर उपचार, बीमारियों की पहचान, मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में मरीजों को भेजने का काम करते थे.
लैब के प्रभारी डॉ अतुल कुमार ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार लैब संचालित होता है. प्रभारी प्रत्येक वर्ष बदले जाते हैं. वहीं दूसरी ओर अधीक्षक अवधेश कुमार कश्यप ने बताया कि सरकार ने जिलों में ही स्किल लैब खोल दिये हैं. हालांकि यहां एएनएम का प्रशिक्षण ले रही छात्रओं को स्किल लैब के बारे में जानकारी दी जा रही है. इधर डॉक्टर शेखर का कहना है कि स्किल लैब को पुन संचालित किये जाने की जरूरत है.