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पीएमसीएच मामला :::प्रतिपक्ष के नेता हमको बुला कर ट्यूशन पढ़ा सकते हैं : स्वास्थ्य मंत्री

संवाददाता,पटनासवाल पीएमसीएच में सतरंगी चादर चादर को लेकर विधानसभा में उठा. सदन में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव के सवालों से घिरते देख स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने बचने का रास्ता निकाला. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे प्रतिपक्ष के नेता के अनुभव का लोहा मानते हैं. आगे कहा कि सदन में इतना सवाल […]

संवाददाता,पटनासवाल पीएमसीएच में सतरंगी चादर चादर को लेकर विधानसभा में उठा. सदन में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव के सवालों से घिरते देख स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह ने बचने का रास्ता निकाला. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे प्रतिपक्ष के नेता के अनुभव का लोहा मानते हैं. आगे कहा कि सदन में इतना सवाल पूछने की जगह प्रतिपक्ष के नेता उनको बुला कर ट्यूशन पढ़ा सकते थे. पर प्रतिपक्ष के नेता उनको बुलाते भी नहीं है. विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के संजय सिंह टाइगर ने अल्पसूचित प्रश्न के माध्यम से पूछा कि पीएमसीएच में मरीजों को समुचित चादर आपूर्ति नहीं होती है, जबकि उसकी धुलाई के नाम पर चार लाख खर्च किया जाता है. अस्पताल में 23450 चादरों की आवश्यकता है, जबकि वहां पर महज छह हजार चादर ही उपलब्ध हैं. इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पताल में चादर की धुलाई पर प्रति माह 80-85 हजार प्रति माह खर्च होते हैं. इसके बाद नंद किशोर यादव ने कहा कि वर्ष 2009 में सतरंगी चादर आपूर्ति की योजना बनायी गयी थी. पीएमसीएच में प्रति चादर की धुलाई का खर्च 11.55 रुपये निर्धारित किया गया है. पीएमसीएच में कुल 1675 बेड हैं. अगर मरीजों को धुली हुई चादर रोज दी जाती है, तो धुलाई पर ही खर्च करीब पांच लाख 80 हजार होगा. अगर सरकार सिर्फ 80-85 हजार धुलाई पर खर्च करती है, तो अस्पताल के पास चादर नहीं है, सरकार इसी को स्वीकार कर ले. विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि मंत्री ने विपक्ष के नेता के अनुभव की पुष्टि कर दी है. अगर किसी तरह की कमियां हैं, तो उनके अनुभवों का लाभ लेकर सुधार किया जायेगा.

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