मसौढ़ी: प्रखंड की शाहाबाद पंचायत के कई गांवों के किसानों ने पैक्स द्वारा धान नहीं खरीदे जाने पर रविवार को मसौढ़ी-नौबतपुर सड़क को चार घंटे तक जाम रखा और नारेबाजी की. मौके पर पहुंचे बीसीओ ने धान की खरीदारी के लिए वरीय पदाधिकारी से अनुमति लेने का आश्वासन देकर जाम खत्म कराया. जानकारी के मुताबिक शाहाबाद पंचायत के कई गांवों के किसानों का सीडी में नाम होने के बाद भी धान नहीं खरीदा जा सका है. इसे लेकर उन्होंने 19 मार्च को एसडीओ से लिखित शिकायत भी की थी और समस्या का निदान नहीं होने पर रविवार को सड़क जाम करने की चेतावनी भी दी थी.
तुलसीचक के किसान अजय कुमार ने बताया कि उनका 80 क्विंटल धान पैक्स को बेचे जाने की प्रतीक्षा में रखा हुआ है. इसी प्रकार तुलसीचक के सत्येंद्र सिंह का 100 क्विंटल, शाहाबाद के सतीश शर्मा का 100 क्विंटल, छाता के गोपाल सिंह का 80 क्विंटल, डोरी पर के सतीश कुमार का 250 क्विंटल व गंगाचक के परमानंद सिंह का करीब 86 क्विंटल धान पैक्स को बेचे जाने की प्रतीक्षा में पड़ा हुआ है. इधर , गंगाचक के गोपाल शरण सिंह ने बताया कि उन्होंने बीते साल 14 दिसंबर को पैक्स को 125 क्विंटल धान बेचा था, लेकिन उन्हें अब तक मात्र 83 हजार रुपये का भुगतान किया जा सका है. उनका करीब एक लाख रुपया बकाया है. उनका आरोप था कि जब कभी वे पैक्स अध्यक्ष से शेष राशि की मांग करते हैं उन्हें कोई -न- कोई बहाने टरका दिया जाता है.
आरोप बेबुनियाद : अध्यक्ष
इधर, पैक्स अध्यक्ष नंद किशोर सिंह ने किसानों के आरोप को बेबुनियाद बताया. उन्होंने कहा कि वे अपने पैक्स के लिए निर्धारित धान की खरीदारी का लक्ष्य 3840 क्विंटल पूरा कर लिया है. इस कारण किसानों से धान नहीं खरीद पा रहे हैं. इधर, सूचना पाकर मौके पर पहुंचे बीसीओ शंभुनाथ सिंह ने खरीदारी का लक्ष्य को बढ़ाने के लिए वरीय पदाधिकारी से आग्रह करने का आश्वासन देकर जाम खत्म कराया. इस बीच कुछ किसानों का आरोप था कि उन्होंने गुणवत्तापूर्ण जिस धान को बेचा था. पैक्स अध्यक्ष ने उसे बाजार में बेच दिया और उसके बदले में उन्होंने साधारण धान खरीद कर पैक्स गोदाम में रख दिया है.