पटना: प्याज की कीमत दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. आनेवाले दिनों में इसकी कीमत में कमी आने के आसार नहीं है. पटना में अभी प्याज 50 से 60 रुपये किलो बिक रहा है. जानकारों का मानना है कि अभी तीन महीनों में प्याज और महंगा होगा. अक्तूबर तक प्याज की कीमत 75 से 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच जायेगी. बताया जाता है कि नवंबर में इसकी कीमत में कुछ गिरावट दर्ज की जा सकती है, जब नासिक और कर्नाटक के बेल्लारी में प्याज की नयी फसल होगी. प्याज को लेकर आम आदमी ही नहीं, थोक व खुदरा व्यापारी भी परेशान हैं. नासिक में ही प्याज के भाव 45 से 46 रुपये किलो हो जाने के कारण व्यापारियों को खरीद के लिए मोटी रकम अदा करनी पड़ रही है, जिससे यह खुदरा में महंगा बिक रहा है.
व्यापारियों में मारा-मारी
रेलवे के फतुहा यार्ड में कभी हर सप्ताह नासिक से छह से आठ रैक प्याज आता था, लेकिन आज मात्र दो ही रैक प्याज पहुंच रहा है. फतुहा के रेलवे यार्ड में प्याज का उठाव करने के लिए हर सप्ताह मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गुलाबबाग, पटना, मोतिहारी और बिहारशरीफ के थोक प्याज व्यापारियों की भीड़ लग रही है. रैक आते ही हर व्यापारी अधिक-से-अधिक प्याज अपने यहां ले जाने के लिए मारा-मारी कर रहे हैं.
नासिक से बिहार की मंडियों के लिए रेलवे रैक से हर सप्ताह फतुहा में प्याज पहुंचता है. यहां से ट्रक व ट्रैक्टरों में लोड कर व्यापारी अपनी-अपनी मंडियों में प्याज ले जाते हैं. प्याज विक्रेता संघ के अध्यक्ष उत्तम कुमार मेहता ने बताया कि हर वर्ष जुलाई से अक्तूबर तक कर्नाटक के बेल्लारी के प्याज की बिहार में खपत होती थी, लेकिन इस बार जुलाई में भारी बारिश होने के कारण बेल्लारी में 70 प्रतिशत प्याज की फसल नष्ट हो गयी. जिस कारण प्याज की कीमतें बढ़ गई हैं.