मोकामा: राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) गोदामों से सरकारी विद्यालयों में सड़ा हुआ चावल भेज रही है. चावल ऐसा कि एक मुट्ठी चावल के दाने को हाथ में लिया जाये, तो उससे 10 से 15 कीड़े रेंगते हुए हाथ में आ जाते हैं.
मंगलवार को जमालपुर के सरकारी विद्यालयों में चावल के बोरे खोले गये, तो उनमें कीड़े देख हर कोई दंग रह गया. कीड़े के साथ-साथ शीशे के टुकड़े भी निकले. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक रामनाथ सिंह ने इस स्थिति से जिला मध्याह्न् भोजन योजना प्रभारी को अवगत कराया. इसके बाद शिक्षकों, शिक्षा समिति सचिव उषा देवी व पंचायत की मुखिया संजय कुमार से रायशुमारी कर मिड डे मील को बंद करा दिया गया. खुद प्रधानाध्यापक ने भी स्वीकार किया कि चावल खाने लायक नहीं है.
मुखिया संजय कुमार ने बताया कि राज्य खाद्य निगम और शिक्षा विभाग के अधिकारी मिड डे मील को लेकर गंभीर नहीं हैं. मुखिया संजय कुमार ने कहा कि यदि विद्यालयों में भेजे जानेवाले चावल की गुणवत्ता अच्छी है, तो अधिकारी खाकर दिखायें. बीडीओ राजकिशोर शर्मा ने कहा कि मामले से संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जायेगी.