पोस्टमार्टम हाउस पर धीरज के परिजन तथा मुहल्ले के लोग काफी संख्या में मौजूद थे. वे चंदना को ही धीरज का मौत का जिम्मेवार मान रहे थे. टकराव की तैयारी थी, लेकिन पुलिस ने माहौल भांप लिया और चंदना का शव पोस्टमार्टम हाउस में तब भेजा गया, जब धीरज के घरवाले शव लेकर चले गये. वहीं चंदना का पति व उसके साथ मौजूद लोग बात करने से कटते रहे.
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प्रेमी-प्रेमिका के बीच चाकूबाजी का मामला, प्रेमिका की भी 15 घंटे के बाद मौत
पटना: धीरज और चंदना की प्रेम कहानी शनिवार को दम तोड़ गयी. 15 घंटे तक संघर्ष के बाद चंदना ने पीएमसीएच में सुबह करीब नौ बजे आखिरी सांस लिया. दोनों का पोस्टमार्टम कराया गया और दोनों के परिजनों को शव सुपुर्द कर दिये गये. दोनों में जितना प्यार था, उतना ही परिवार वालों के बीच […]
पटना: धीरज और चंदना की प्रेम कहानी शनिवार को दम तोड़ गयी. 15 घंटे तक संघर्ष के बाद चंदना ने पीएमसीएच में सुबह करीब नौ बजे आखिरी सांस लिया. दोनों का पोस्टमार्टम कराया गया और दोनों के परिजनों को शव सुपुर्द कर दिये गये. दोनों में जितना प्यार था, उतना ही परिवार वालों के बीच दुश्मनी थी.
जनवरी में चंदना ने ज्वॉइन किया था कॉल सेंटर : ठाकुरबाड़ी रोड के भारती भवन में गेटवे इम्फोटेक कॉल सेंटर में चंदना काम करती थी. इसी साल जनवरी के पहले सप्ताह में उसने ज्वॉइन किया था. वह सुबह 9.30 बजे कॉल सेंटर जाती थी और शाम छह बजे वहां से निकलती थी. पुलिस के अनुसंधान में जो अब तक बात सामने आयी है, उसमें पता चला है कि शुक्रवार की शाम करीब छह बजे वह कॉल सेंटर से अपनी एक महिला सहकर्मी के साथ निकली. नीचे धीरज उसका इंतजार कर रहा था. जब वह मिली, तो धीरज ने पूछा कि वह फोन से क्यों नहीं बात कर रही है. उसने बताया कि फोन बंद है. इस पर वह साथ चलने का जिद करने लगा. इसी बात को लेकर दोनों में बहस होती रही.
इसी बीच करीब 100 मीटर आगे जाते-जाते बात बढ़ गयी. दोनों में हाथापाई हुई और उसके बाद चाकूबाजी. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक धीरज ने चंदना के पेट में चाकू मार दिया. इसके बाद उसने अपने गले पर भी चाकू चला लिया. घटनास्थल पर ही धीरज की मौत हो गयी.
शक ने बना दिया कातिल
मुसल्लहपुर हॉट का रहनेवाला धीरज तीन वर्षो से चंदना से प्यार करता था. धीरज उसके करीब तब आये, जब पड़ोस में रहने वाली विवाहित चंदना उसके घर आने-जाने लगी. बात बढ़ी, तो चंदना के पति विश्वजीत राय ने मकान बदल लिया, लेकिन वे दोनों ज्यादा दिनों तक एक-दूसरे से दूर नहीं हो सके. दोनों बाहर में मिलने लगे थे. एक सप्ताह पहले चंदना के पति ने फोन करते देख लिया था, तो उसने चंदना का फोन बंद करवा दिया. इससे उसे लगा कि चंदना इग्नोर कर रही है. शक यह भी था कि उसका किसी दूसरे लड़के से संबंध है. इसी शक ने धीरज को कातिल बना दिया.
चंदना की पांच हजार थी सैलरी
गेटवे कॉल सेंटर के लीगल एडवाइजर अनिल कुमार ने बताया कि पहले यह कॉल सेंटर भट्टाचार्या रोड में था. जगह कम होने के कारण भारती भवन में शिफ्ट किया गया. चंदना को 5000 रुपये मिलते थे. घटना के दिन चंदना सफेद रंग की सूट और नीले रंग की सलवार पहनी हुई थी. उसके पास ब्लू रंग का बैग था.
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