पटना: सीएम जीतन राम मांझी के विश्वासमत हासिल करने से ठीक बीस घंटा पहले पूर्व सीएम नीतीश कुमार द्वारा दिये गये भोज में शाम सात बजे से विधायकों का आना शुरू हो गया था. नीतीश कुमार के सरकारी आवास के सड़क के दोनों किनारे वाहनों की लंबी कतार लगी थी. मुख्य द्वार के पास गाड़ी से उतर कर विधायक सीधे आवास परिसर में घुस जाते.
आवास में केवल विधायकों को प्रवेश करने की इजाजत थी. उनके साथ गये समर्थक को बाहर रोक दिया जाता था. आवास पर विधायक दल की बैठक होने के कारण अन्य लोगों का प्रवेश वजिर्त था. शाम साढ़े सात बजे पूर्व मंत्री रंजू गीता के साथ विधायक अन्नू शुक्ला भोज में शामिल होने पहुंची.
ठीक कुछ ही मिनट बाद निर्दलीय विधायक दुलाल चंद गोस्वामी के साथ जदयू के गौतम सिंह व भाकपा के केदारनाथ पांडेय पहुंचे. उसके सात मिनट बाद सात बज कर सैंतीस मिनट पर पूर्व मंत्री ललन सिंह पहुंचे. उनके पहुंचने पर मीडिया वाले ने उन्हें घेर लिया. वे सीधे आवास परिसर की ओर बढ़ते चले गये. ग्यारह मिनट के बाद पूर्व मंत्री विजय चौधरी व सुनील पांडेय ने प्रवेश किया. चार मिनट के बाद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव अपने वाहन के साथ परिसर में प्रवेश कर गये.
मीडियावालों ने उन्हें घेरा, लेकिन बिना कुछ बोले चले गये. कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी, विधायक अजीत शर्मा, विधान पार्षद डॉ मदन मोहन झा एक साथ पहुंचे. मीडिया के साथ मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा परदे के पीछे से सारा खेल कर रही है.
रात आठ बजे पूर्व मंत्री रमई राम कार में सवार होकर अपने समर्थकों के साथ प्रवेश कर गये. मुख्य द्वार पर जब तक गार्ड समर्थकों को अंदर जाने से रोकते तब तक उनकी गाड़ी अंदर चली गयी. दस मिनट बाद मोकमा विधायक अनंत सिंह व आठ बज कर बीस मिनट पर राजद विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी अपने दल के विधायकों के साथ पहुंचे. हालांकि, सभी विधायक उनके साथ नहीं थे.
जदयू नेता व समर्थकों के अंदर प्रवेश की इजाजत नहीं होने से वे अपने नेता पूर्व सीएम नीतीश कुमार की एक झलक पाने को बेताब दिखे. मुख्य द्वार में जगह-जगह गैप होने से लोग एक बार झांक कर खुद को तसल्ली देते दिखायी दिये. रात आठ बजे पूर्व सीएम नीतीश कुमार आवास परिसर से बाहर निकले. उन्होंने बाहर में हाथ जोड़ कर अभिवादन किया. उनके निकलने पर समर्थकों ने उन्हें घेर लिया. यहां तक कि मीडिया वाले की उत्सुकता जगी कि कुछ बोलेंगे. लेकिन कुछ भी बोलने से परहेज करते हुए वापस आवास परिसर में चले गये. इस बीच आवास परिसर में गये विधायक लजीज व्यंजन का आनंद लेकर लौटने भी लगे. रात लगभग नौ बजे किंग महेंद्र वहां पहुंचे.
जदयू के अलावा राजद, कांग्रेस, भाकपा व निर्दलीय विधायक के लिए वेज के साथ नन वेज का टेबल सजा था. फ्राई मछली के अलावा मटन की भी व्यवस्था थी. गुरुवार होने के बावजूद उसके भी चहेते की संख्या कम नहीं रही. बड़े चाव से लोगों ने इसका आनंद लिया. वेज में सादी रोटी, नान, चावल के अलावा कटहल, मटर-पनीर, का आयटम विशेष था. सुगर फ्री मिठाई की व्यवस्था होने की वजह से परहेज करनेवाले भी अपने को रोक नहीं पाये. जलेबी के साथ आइसक्रीम का स्वाद लिया. नीतीश कुमार खुद एक-एक विधायक को भोजन के व्यंजन का आग्रह करते दिखे. विधायकों ने कल की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए भोजन का जम कर आनंद लिया.