कहा, जीतन राम मांझी को समर्थन देने के लिए भाजपा खुल कर सामने नहीं आ रही है. यह ठीक उसी कहावत की तरह है कि गुड़ खाये और गुलगुले से परहेज. भाजपा को खुल कर समर्थन देना चाहिए.
सिर्फ आम राय से बात नहीं बनेगी. मांझी तीन कामों से दिल्ली गये थे- विश्वासमत पर गुप्त मतदान, स्पीकर को गिरफ्तार कराने और भाजपा से समर्थन लेने. भाजपा की नौटंकी को नहीं चलने देंगे. भाजपा गुरुवार को ही तय कर ले कि अभिभाषण के समय क्या करना है? वे कहां बैठेंगे?