मोरचा के महामंत्री महेश प्रसाद सिन्हा और बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक इंप्लाइ एसोसिएशन के सचिव संजीव कुमार शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि हमने हड़ताल की सूचना पहले ही दे दी है और सरकार से आग्रह है कि वे हमारी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए मांगें पूरी करें. रेगुलर कर्मचारी को 40 हजार रुपये और अनुबंध कर्मी को 13 हजार रुपये की पगार देना ठीक नहीं है, जबकि अनुबंध वाले कर्मचारी ज्यादा काम करते हैं.
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14 हजार अनुबंध कर्मचारी आज से जा रहे हैं हड़ताल पर, आज से गहरायेगा बिजली का संकट
पटना: प्रदेश में आज से बिजली संकट गहरा सकता है. विद्युतकर्मी संयुक्त संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में करीब 14 हजार अनुबंध कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज सुबह छह बजे से हड़ताल पर जा रहे हैं. इसमें दो हजार एइ/जेइ और 12 हजार मानव बल शामिल हैं. इसके कारण राज्य के करीब 500 पावर […]
पटना: प्रदेश में आज से बिजली संकट गहरा सकता है. विद्युतकर्मी संयुक्त संघर्ष मोरचा के तत्वावधान में करीब 14 हजार अनुबंध कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आज सुबह छह बजे से हड़ताल पर जा रहे हैं. इसमें दो हजार एइ/जेइ और 12 हजार मानव बल शामिल हैं. इसके कारण राज्य के करीब 500 पावर सब स्टेशन और 92 ग्रिड सब स्टेशन में सुचारु विद्युत आपूर्ति और इसके साथ ही क्षेत्र में मेंटेनेंस का काम बाधित हो सकता है.
विभागीय मोबाइल जब्त करने का लगाया आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संजीव शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों पर हड़ताल वापस लेने का काफी दबाव बनाया जा रहा है. कंपनी की ओर से लाइन मेंटेनेंस के लिए दिया गया मोबाइल नंबर भी जब्त कर लिया गया है और घर से उठा लेने तक की धमकी दी जा रही है, लेकिन हम लगातार सात मांगों को पूरा करने पर ही हड़ताल तोड़ने पर दृढ़ हैं. मानव बल को एजेंसी के ठेकेदार द्वारा टॉर्चर किया
जा रहा है. एक ग्रिड को चलाने के लिए कम से कम बारह लोगों की आवश्यकता होती है, लेकिन एक व्यक्ति से काम कराया जा रहा है. जब हमने हड़ताल की सूचना साउथ बिहार पावर कंपनी की सीएमडी को दी तो उन्होंने औरों से काम करा लेने की बात कही. मौके पर दर्जनों बिजली कर्मचारी उपस्थित थे.
श्रमायुक्त ने की थी मध्यस्थता
बिहार के श्रमायुक्त ने हड़ताल को लेकर मध्यस्थता की थी. बतौर समझौता पदाधिकारी श्रमायुक्त सैयद परवेज आलम ने मोरचा को हड़ताल पर नहीं जाने की सलाह दी थी लेकिन मोरचा ने उनकी सलाह को दरकिनार करते हुए हड़ताल पर जाने का फैसला किया है.
पटना में नहीं पड़ेगा असर
पेसू के प्रभारी जीएम दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि हमारे प्रक्षेत्र में 14 कर्मचारी कांट्रैक्ट पर कार्यरत हैं. इसमें आपूर्ति में सात कर्मचारी हैं. हमने विकल्प के तौर पर प्रोजेक्ट के सात जेइ को काम में लगाया है, वहीं मानव बल को लेकर हड़ताल की सूचना हमारे पास नहीं है. यदि मानव बल भी हड़ताल पर गये तो हमने ठेकेदारों से अतिरिक्त बल जुटा लेने को कहा है.
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