पटना सिटी: एसिड से झुलसे रेलवे कोच कारखाना, हरनौत के कर्मचारी प्रेम कुमार की मौत मंगलवार को अगमकुआं स्थित निजी उपचार केंद्र हो गयी. साथी की मौत से गुस्साये रेलकर्मियों ने धुनकी के पास पहले सड़क फिर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया और डाउन में आयी पटना -झाझा सवारी गाड़ी को रोक दिया. रेलकर्मियों के हंगामे की वजह से करीब ढाई घंटे पटना- मोकामा रेल खंड में अप व डाउन लाइनों में ट्रेनों का परिचालन ठप रहा. अगमकुआं स्थित निजी उपचार केंद्र में रेलकर्मी प्रेम कुमार (28 वर्ष) की मौत उपचार के दौरान मंगलवार की सुबह हो गयी.
उसकी मौत की खबर मिलते ही करीब पांच सौ की संख्या में लोगों का जत्था अस्पताल पहुंच गया. इसी वक्त से हंगामे की स्थिति बन गयी. आक्रोशित लोगों ने कुछ देर के लिए अस्पताल के सामने पुरानी बाइपास धनुकी मोड़ जाम कर दिया. पुलिस ने लोगों को समझा- बुझा कर सड़क जाम हटवाया, लेकिन साथियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ क्योंकि उनका कहना था कि समुचित उपचार नहीं होने की वजह से ही प्रेम की मौत हो गयी.घटना से आक्रोशित लोगों का गुस्सा नहीं थम रहा था.
ऐसी स्थिति में वे लोग करीब एक बजे धनुकी मोड़ के सामने रेलवे ट्रैक पर आ गये और अप व डाउन में ट्रेनों का परिचालन बाधित कर दिया. होम सिगनल पर डाउन में आयी 563 पटना- झाझा सवारी गाड़ी को रोक दिया, जबकि अप लाइन में पहले कटिहार इंटरसिटी एक्सप्रेस व बाद में इस्लामपुर- हटिया को रोका. ढाई घंटे तक ट्रैक को जाम कर पीड़ित परिवार को बीस लाख रुपये का मुआवजा व आश्रित को नौकरी देने की मांग कर रहे थे. जाम की खबर पाकर मौके पर जीआरपी व आरपीएफ के जवान पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे. मौके पर सीएमओ जेएसपी सिंह व मुख्य यांत्रिक अभियंता एस चंद्रा पहुंचे. अधिकारियों ने उचित कार्रवाई का भरोसा देकर करीब पौने तीन बजे बजे के आसपास ट्रैक को खाली कराया. जाम में रेलकर्मियों की सहभागिता थी, जो प्रेम के साथ हरनौत कारखाने में कार्यरत थे.