पटना: प्रत्येक पंचायत में हाइस्कूल का होना बहुत जरूरी है. इसके बिना ग्रामीण लड़कियां शिक्षित नहीं हो सकतीं. ये बातें पूर्व आइएएस अधिकारी व बाबू कुंवर सिंह शिक्षा निधि की कार्यकारिणी समिति के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ आइसी कुमार ने कहीं. एएन कॉलेज सभागार में आयोजित निधि की वार्षिक आमसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पदाधिकारियों व सदस्यों से संस्था द्वारा पहले चरण में कम-से-कम नौ डिवीजन में बाबू कुंवर सिंह शिक्षा निधि का ऑफिस खोलने की योजना पर सुझाव मांगा. साथ ही निधि में 51 लाख का लक्ष्य पूरा करने की भी बात कही.
33 साल में 500 छात्रवृत्तियां
महासचिव भरत प्रसाद सिंह ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य लोगों से सहयोग राशि प्राप्त कर मेधावी व निर्धन छात्र-छात्रओं को छात्रवृत्ति उपलब्ध कराना है. संस्था ने 33 साल में 500 छात्रवृत्तियां दी हैं. इनमें मेडिकल-इंजीनियरिंग के छात्र-छात्रओं को प्राथमिकता दी जाती है. इसके लिए पूर्व की परीक्षा में न्यूनतम 75 (तकनीकी) व सामान्य विषयों में 70 प्रतिशत अंक होना जरूरी है. साथ ही अभिभावक की वार्षिक आय तीन लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. अभी संस्था के कुल सदस्यों की संख्या 1130 है.
इनमें 24 विशिष्ट, 151 संरक्षक, 979 साधारण व पांच मानद संरक्षक सदस्य हैं. प्रो युगेश्वर सिंह ने कहा, संस्था की 10 अक्तूबर तक अपनी वेबसाइट होगी. कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति यूपी सिंह, उपाध्यक्ष व विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उपाध्यक्ष डॉ कैप्टन विजय शंकर सिंह, कोषाध्यक्ष रणजीत सिंह, सचिव डॉ साधु शरण, सचिव अमरेंद्र दयाल सिंह, संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह, संयुक्त सचिव संजय कुमार सिंह ने भी विचार रखे. मौके पर प्रो सुभाष सिंह, बिहारी सिंह, कृष्णा सिंह, गुप्तेश्वर प्रसाद सिंह, डॉ संजय कुमार सिंह, विष्णुकांत सिंह आदि मौजूद थे.