पटना: पीएमसीएच के शिशु विभाग में बुधवार को तीन इंसेफ्लाइटिस से ग्रसित बच्चों को भरती कराया गया. भरती होने के बाद सभी बच्चों का सैंपल लिया गया है, जिसकी जांच रिपोर्ट गुरुवार को आ जायेगी. इंसेफ्लाइटिस से ग्रसित बच्चों के लिए पहले से बने अलग वार्ड में सभी बच्चों को रखा गया है और उनके इलाज के लिए चिकित्सकों की एक टीम भी बनी हुई है, जो उनका इलाज करती है. ऐसे में बच्चों को दी जाने वाली सभी दवाइयां मौजूद हैं. मरीज के परिजनों को बाहर से इंसेफ्लाइटिस की दवाइयां खरीदनी नहीं पड़े, इसका पूरा ध्यान रखा जाता है.
बिचौलियों पर खास ध्यान
भरती बच्चों को बिचौलिया निजी अस्पतालों तक नहीं पहुंचा दें, इसका पूरा ख्याल रखा जाता है और शिशु विभाग में ऐसे किसी भी व्यक्ति को देखते ही पकड़ने का निर्देश है. सुरक्षाकर्मियों को भी इसकी पूरी जानकारी दे दी गयी है कि ऐसे लोगों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्सा जाये.
अलग वार्ड में हो रहा इलाज
इंसेफ्लाइटिस की चपेट में आने वाले सभी बच्चों का इलाज अलग वार्ड में किया जाता है, जहां चिकित्सकों की एक टीम व सभी तरह की व्यवस्था की गयी है. बच्चों के आस-पास साफ माहौल हो, इसका ख्याल रखा जाता है. दिन में दो बार सफाई होती है, ताकि बच्चों को इंफेक्शन नहीं हो. इस वार्ड की प्रतिदिन रिपोर्ट की जाती है, जिससे यह पता चलता है कि इसमें से कौन से बच्चे किस तरह के इंसेफ्लाइटिस से पीड़त में हैं.