आज उदारवादी हिंदू का मुकाबला कट्टरपंथी हिंदुओं से है. उनसे सतर्क रहने की जरूरत है. किसी भी देश को धर्मनिरपेक्षता आगे बढ़ाती है. कट्टरता से देश का कल्याण नहीं हो सकता है. नीतीश ने कहा कि नये किस्म का प्रचार अभियान चल रहा है. उससे मुकाबला करने के लिए नये किस्म की तैयारी करनी होगी और अपने को अपडेट करना होगा. प्रशिक्षण में जो जानकारी दी जायेगी उसे बूथ स्तर तक के अपने कार्यकर्ताओं को बताना होगा और उन्हें भी पार्टी की नीतियों का प्रशिक्षण देना होगा. 15 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में होनेवाले कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने के लिए भी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं को टास्क दिये गये हैं.
पार्टी के मंत्री, विधायक, विधान पार्षदों को अपने समर्थकों को लाने का टास्ट दिया गया है. बुधवार को प्रशिक्षण के दौरान नेताओं को नेतृत्व करने की क्षमता, सोशल मीडिया का लाभ, सफल टीम के गुण व लोक व्यवहार में कुशलता पाने, बूथ मैनेजमेंट, मोटिवेशन और सफलता के सिद्धांत के बारे में बताया जायेगा. प्रशिक्षण के बाद पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने कहा कि भाजपा समाज का वातावरण दूषित कर रही है. मुजफ्फरपुर के बाद सासाराम-सीवान की घटना से यह साफ लग रहा है. केंद्र सरकार को तारीफ वाला काम करना चाहिए. इसकी उम्मीद विपक्षी होने के बाद भी हम करते हैं, लेकिन केंद्र में जिस पार्टी की सरकार है, उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार में कहते हैं कि बिहार को तभी पैसा और स्पेशल स्टेटस का दर्जा दिया जायेगा, जब भाजपा की सरकार होगी. यह कहां का इंसाफ है. प्रशिक्षण में सांसद हरिवंश ने दो विषयों ‘जदयू की प्रासंगिकता’ और ‘दावं पर किसान व देश’ पर नेताओं को टिप्स दिये. वहीं, विधान पार्षद डॉ रामवचन राय ने सर्वधर्म पर अपनी बात रखी. मौके पर प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, प्रशिक्षण प्रभारी सह महासचिव सुनील कुमार, नवीन कुमार आर्य, विधान पार्षद संजय गांधी, नैयाज अहमद, पूर्व सांसद अजरुन राय आदि उपस्थित थे.