मुख्यमंत्री ने विधान परिषद् के सभागार में आयोजित समारोह में किताबों का विमोचन किया. उन्होंने कहा कि किसानों की स्थिति ठीक होगी तभी मजदूरों की स्थिति ठीक होगी. जहां तीन पैदावार होते हैं वहां मजदूरों की स्थिति काफी अच्छी रहती है. मजदूर के ठीक रहे बिना राज्य व देश की स्थिति ठीक नहीं होगी. इस सिद्धांत पर चला जाये, तो यही स्वामी सहजानंद सरस्वती के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
समारोह में विधान परिषद् के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कहा स्वामी सहजानंद सरस्वती की जीवनी पर किताब लिख कर महाचंद्र प्रसाद सिंह ने बड़ा काम किया है. पीएचइडी मंत्री सह दोनों पुस्तकों के लेखक महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती किसान व मजदूर को एक मानते थे. उन्होंने किसानों की समस्याओं का बारीकी से मूल्यांकन किया था. मौके पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, विधान पार्षद शिव प्रसन्न यादव, बीपीएससी के सदस्य राम किशोर सिंह, राम उपदेश सिंह, मगही अकादमी के अध्यक्ष उदय शंकर शर्मा, प्रभात प्रकाशन के प्रबंध निदेशक पीयूष कुमार, विजय कुशवाहा व अनिता कुशवाहा समेत अन्य मौजूद थे.