पटना: सिर्फ अमरनाथ गामी, विजय मिश्र व राणा गंगेश्वर ही बिहार भाजपा के मौजूदा नेतृत्व से खफा नहीं हैं, बल्कि कई पूर्व विधायक व पार्टी पदाधिकारी भी नाराज चल रहे हैं. विक्रम के पूर्व विधायक राम जनम शर्मा व भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्वेता विश्वास भाजपा से संतुष्ट नहीं हैं. श्वेता विश्वास ने तो भाजपा छोड़ने का एलान भी कर दिया है, जबकि राम जनम शर्मा आगे के लिए अपना भविष्य तलाश रहे हैं. शेखपुरा में भी पार्टी में भगदड़ मची है. वहां पार्टी के दो जिला पदाधिकारियों ने पाला बदल लिया है. दोनों जदयू में चले गये हैं. भाजपा में तवज्जो न मिलने से विक्रम के पूर्व विधायक राम जनम शर्मा असंतुष्ट चल रहे हैं. श्री शर्मा 1980 से ही भाजपा में हैं. वे विक्रम से विधायक भी रहे.
उन्हें विक्रम से दोबारा उम्मीदवार बनाये जाने को लेकर भाजपा में बवाल हुआ था. इस मुद्दे को लेकर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ सीपी ठाकुर ने इस्तीफा तक दे दिया था. अंत में वहां से अनिल कुमार को टिकट दिया गया, हालांकि वे जीत गये. राम जनम शर्मा भाजपा किसान मोरचा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं. वे पार्टी की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य भी हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल वे सब कुछ खामोशी से देख-सुन रहे हैं. फिलहाल, वे ‘वेट एंड वाच’ की मुद्रा में हैं. भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्वेता विश्वास भी पार्टी छोड़ रही हैं. श्वेता विश्वास अरवल व औरंगाबाद की भाजपा जिला प्रभारी भी रही हैं. श्वेता जी पालीगंज से टिकट चाहती थीं, लेकिन वहां से भाजपा ने उषा विद्यार्थी को मैदान में उतार दिया.
पालीगंज से टिकट न मिलने के बाद श्वेता जी महिला मोरचा की प्रदेश पदाधिकारी बनना चाहती थीं, लेकिन उन्हें महिला मोरचा पटना ग्रामीण का जिला अध्यक्ष व प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य बना दिया गया. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए वे जेल भी गयी, लेकिन उन्हें भाजपा में सम्मान नहीं मिला. न्याय नहीं मिलने के कारण जदयू में शामिल हो रही हैं. शेखपुरा जिला भाजपा के पूर्व महामंत्री राजीव कुमार व भाजयुमो के पूर्व जिला अध्यक्ष भोली महतो ने भी भाजपा का दामन छोड़ दिया है. दोनों ने अब जदयू का दामन थाम लिया है.