पटना: पुलिस हिरासत में मौत के मामले में बिहार राष्ट्रीय स्तर पर आठवें से 13 वें स्थान पर पहुंच गया है. वर्ष 1995 से 2005 के बीच जहां बिहार राष्ट्रीय स्तर पर आठवें स्थान पर था और देश में होने वाले कुल मामलों में आठ मामले बिहार में सामने आते थे.
वहीं वर्ष 2005 से 2010 के बीच बिहार में मात्र चार मामले सामने आ रहे हैं. ये बातें राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा वर्ष 2009-10 के लिए जारी अपनी रिपोर्ट में दी है. पूर्व पुलिस महानिदेशक, बिहार व बिहार मानवाधिकार आयोग के सदस्य नीलमणि ने इसकी जानकारी दी.
श्री नीलमणि ने कहा कि यह बिहार पुलिस के लिए उल्लेखनीय सफलता है. वर्ष 1995 से 2005 की तुलना में 2005-2010 के बीच बिहार पुलिस ने हिरासत में होने वाली मौतों को लेकर कड़ी कार्रवाई की है.