पटना: बिहार में चीनी उद्योग और उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार नये साल में चीनी मिलों को प्रोत्साहन देगी. गन्ना उद्योग विभाग ने चीनी मिलों के लिए नये साल में 3. 41 करोड़ का प्रोत्साहन पैकेज बनाया है. प्रोत्साहन पैकेज का लाभ उन्हीं चीनी मिलों को मिलेगा, जो कानपुर के राष्ट्रीय शर्करा संस्थान की कसौटी पर खरा उतरेगी.
गन्ना उद्योग विभाग ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुदृढ़ीकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के उद्देश्य से बिहार में गन्ना आधारित उद्योगों की स्थापना तथा सूबे की चीनी मिलों की क्षमता विस्तार को प्रोत्साहित करने के लिए प्रोत्साहन-पैकेज की घोषणा की है. बिहार की चीनी मिलों को इस बार सात लाख मीटरिक टन चीनी उत्पादन का लक्ष्य तय किया है. चीनी मिलें यदि इस लक्ष्य को पार कर गयी, तो उन्हें प्रोत्साहन पैकेज का भरपूर लाभ मिलेगा.
चीनी मिलों को ये होंगे लाभ
चीनी मिलों के क्षमता विस्तार के लिए प्लांट मशीनरी के क्रय पर नहीं लगेगा प्रवेश शुल्क
चीनी मिलों में डिस्टिलरी, इथनाल इकाई और विद्युत इकाई की स्थापना पर भी मिलेगा 20 प्रतिशत का अनुदान
कानपुर की राष्ट्रीय शर्क रा संस्थान की जांच की कसौटी पर खरा उतरने पर ही मिलेगा चीनी मिलों को प्रोत्साहन पैकेज का लाभ
छोआ पर वैट नहीं लगेगा
लक्ष्य से अधिक रिकवरी करनेवाली चीनी मिलों को मिलेगा 20 प्रतिशत अनुदान
लक्ष्य से अधिक चीनी का उत्पादन करनेवाली चीनी मिलों को केंद्रीय उत्पाद शुल्क में मिलेगी छूट