पटना: अच्छे व सस्ते फ्लैट की ख्वाहिश रखनेवालों का इंतजार जल्द समाप्त होनेवाला है. सितंबर से बिहार राज्य आवास बोर्ड 1596 फ्लैटों के लिए बुकिंग शुरू करेगा. यह जानकारी बोर्ड के एमडी अनुपम कुमार सुमन ने मंगलवार को होटल मौर्या में आयोजित डेवलपर कॉन्फ्रेंस में दी. एमडी ने कहा कि सूबे में एक लाख आवासीय फ्लैट के साथ-साथ व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स, मॉल, होटल आदि बनाने का लक्ष्य है. इसके पहले चरण में राजधानी के अलावा गया, मुजफ्फरपुर व भागलपुर में 25 हजार आवासीय फ्लैट और पटना व गया में व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स, मॉल व होटल बनाये जाने हैं. डेवलपर कॉन्फ्रेंस राजधानी की बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के सेक्टर-पांच में 1596 आवासीय फ्लैट और लोहिया नगर व हनुमान नगर में व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाने को लेकर आयोजित की गयी थी.
दो बेड रूम के होंगे फ्लैट
बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के सेक्टर-पांच में 1596 फ्लैट बनाये जाने हैं. इसको लेकर 14 फ्लोर के 15 टावर बनाये जायेंगे. इन टावरों में बननेवाला प्रत्येक फ्लैट दो बेड रूम का होगा. फ्लैट का बिल्ड-अप एरिया 1100 वर्ग फुट व सरफेस एरिया 800 वर्ग फुट का होगा. आवंटन आठ सौ वर्ग फुट का होगा और उसी की कीमत ली जायेगी.
शामिल हुए नामचीन डेवलपर
कॉन्फ्रेंस में शामिल देश के नामचीन डेवलपरों को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रोजेक्ट की डिटेल व सेवा शर्त के बारे में बताया गया. डेवलपरों ने कुछ शर्तो पर आपत्ति जतायी. डेलायट्स के निदेशक प्राण वंट व बोर्ड के एमडी अनुपम कुमार सुमन ने उन्हें संतुष्ट किया. एमडी ने कहा कि राजधानी के तीनों प्रोजेक्ट पर काम सितंबर में शुरू कर दिया जायेगा और सितंबर में ही आवासीय फ्लैटों की बुकिंग भी शुरू कर दी जायेगी. कॉन्फ्रेंस में एनबीसीसी, सृष्टि कंस्ट्रक्शन, क्रिएटिव इनफोसिटी, अतुलयान, आइएलएफएस, मेरलीन प्रोजेक्ट्स लिमिटेड, अर्थ इन्फ्रा, आम्रपाली, एसपीएमसी, वसुंधरा ग्रुप, अंबुजा रियलिटी, इडेन आदि डेवलपर शामिल हुए.
फ्लैट में भी मांगी हिस्सेदारी
बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी के सेक्टर-पांच के 10.20 एकड़ भूखंड पर आवासीय फ्लैट और लोहानीपुर के डीएस सेक्टर के 4.20 एकड़ भूखंड पर व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स एक ही डेवलपर को बनाना है. आवासीय फ्लैट बनाने के बदले डेवलपर को लोहियानगर स्थित भूखंड फ्री होल्ड मिलेगा. 65 प्रतिशत आवासीय फ्लैट बनाने के बाद ही डेवलपर व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स की दुकान बेच सकेंगे. डेवलपरों ने कहा कि चार एकड़ भूखंड के बदले 10 एकड़ भूखंड को कैसे विकसित किया जा सकता है. इसके लिए ग्रांट मिलना चाहिए. बोर्ड ने कहा कि ऊपर के फ्लोर से ग्रांट दिया जायेगा. जो डेवलपर ग्रांट के रूप में सबसे कम फ्लैट की डिमांड करेगा, उसे प्राथमिकता दी जायेगी.