पटना: मंत्री जी! आशा और उम्मीद के साथ जीत कर आये थे. पर हमारी बातों को कोई सुनता नहीं. अधिकार के बिना काम नहीं कर पाते हैं. सभी विभागों को काम के लिए पत्र लिखा, पर जवाब नहीं आता है. दो साल में पदाधिकारियों के कारण काम नहीं कर पाये, अब जनता को क्या जवाब देंगे. अब अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. इसकी सीमा न्यूनतम तीन से पांच वर्ष कर दी जाये. यह गुहार त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तीकरण के लिए पंचायती राज विभाग की ओर से बुलायी गयी बैठक में एक जिला परिषद अध्यक्ष लगाते दिखे.
उन्होंने पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव से बैठक समाप्त होने के बाद कहा कि सर इस मामले पर कुछ कीजिए. अविश्वास प्रस्ताव का कोई आधार नहीं है.लेट से बैठक बुलाने का सदस्यों ने बहाना बना लिया है. यह बैठक पंचायती राज विभाग के मंत्री डॉ भीम सिंह ने बुलायी थी. इसमें जिप के अध्यक्षों व कार्यपालक पदाधिकारियों से सुझाव मांगा गया था. मंत्री ने कहा कि सरकार कभी गिर सकती है, पर आपलोगों को तो, दो वर्षो की सुरक्षा सरकार ने उपलब्ध करायी है. जिप अध्यक्षों ने कहा कि डीएम से समन्वय नहीं रहने जिप अघ्यक्षों की लाल बत्तियां उतार ली जाती हैं. ईंधन डीडीसी की मरजी पर ही मिलता है. प्रतिमाह 300 लीटर ईंधन सरकार दे. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री से बात करेंगे. जिप अध्यक्षों ने कृषि यंत्रों पर सब्सिडी की अनुशंसा करने का अधिकार छीन लेने पर नाराजगी जतायी.
सम्मानित हुए 11 प्रतिनिधि
राज्य में बेहतर काम करनेवाले त्रिस्तरीय पंचायती राज के 11 जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया. जिला परिषद को 40 लाख, जबकि पंचायत समिति व ग्राम पंचायत को 20-20 लाख का पुरस्कार दिया गया. गोपालगंज के जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती चंद्रा सिंह को 40 लाख रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसी तरह से पंचायत समिति के सदस्य बगहा-दो के इंद्रजीत राम, किशनगंज के दिघलबैंक के कैलाश भगत, गोपालगंज के सिधवलिया की श्रीमती माला देवी व रोहतास जिले के संझौली के पंचायत समिति सदस्य जयनारायण सिंह को 20-20 लाख रुपये से सम्मानित किया गया. इस मौके पर ग्राम पंचायत पैगम्बरपुर के मुखिया इद्रभूषण सिंह, फुलवार दक्षिण के मुखिया कृष्णा दूबे, विशुनपुर के मुखिया पिंटू कुमार चौधरी, हरपुर बोचहा की मुखिया श्रीमती सुमन देवी, धर्मडीहा की मुखिया श्रीमती विभा सिंह और भेलवा के मुखिया मनोज कुमार को 20-20 लाख रुपये का पुरस्कार दिया गया. पंचायत में सही समय पर ग्राम सभा आयोजित करने के लिए पैगम्बरपुर के मुखिया इंद्रभूषण सिंह को 10 लाख रुपये का ‘ ग्राम गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया.