पटना: पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बैठक में कहा कि केंद्र की वादाखिलाफी के खिलाफ रणनीति बन गयी है. देश में कई दल के विलय पर सहमति बन रही है. भाजपा से मुकाबला के लिए कई दल एक हो रहे हैं. इसके लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को अधिकृत किया गया है.
इसी रणनीति के तहत आंदोलन की शुरुआत 22 दिसंबर से दिल्ली में हो रही है,जहां छह राजनीतिक दल महाधरना पर बैठेंगे. नीतीश ने कहा कि धरना में वे शामिल होंगे और सदन के बाकी सदस्य कार्यवाही में भाग लें. नीतीश ने कहा कि मनरेगा जैसी योजना में कटौती हुई है.
मनरेगा से गरीब लोगों को काम मिलता है. नीतीश ने कहा कि शुक्रवार को सदन की कार्यवाही में विपक्ष का जो व्यवहार रहा, वह परंपरा के विपरीत है. शोक प्रस्ताव के बीच में ही उन्होंने राजनीतिक सवाल खड़े कर दिये. यह सही नहीं है.