कहरा (सहरसा): पति की मौत का गम बरदाश्त नहीं करने के कारण महिला ने पति की चिता पर कूद कर जान दे दी. वह एक साल से कैंसर पीड़ित पति की सेवा कर रही थी. घटना शनिवार रात प्रखंड के परमीनीया गांव में घटी.
मृत दंपती (राम चरित्र मंडल व दिया देवी) के पुत्र रमेश मंडल ने बताया कि उनके पिता मुंह के कैंसर से एक वर्ष से पीड़ित थे. उनका इलाज जमशेदपुर में हो रहा था. शनिवार की सुबह पिताजी की मौत हो गयी. पिताजी की मौत के बाद से ही मां बार-बार साथ छोड़ने की बात कहती थी, लेकिन घर के लोग पति-पत्नी के भावनात्मक लगाव को सामान्य रूप से लेते रहे. इसी बीच पिता की अंतिम संस्कार की रस्म पूरी की जाती रही. रमेश अपने पिता के पार्थिव शरीर के दाह-संस्कार के लिए पटना से एक रिश्तेदार के आने का इंतजार कर रहे थे.
इसी क्रम में शाम हो गयी. देर शाम इनका दाह संस्कार घर के समीप ही अहाते में किया गया. अंतिम संस्कार के बाद घर के सभी पुरुष नहाने के लिए पास स्थित एक तालाब में गये. इसी बीच घर के लोगों से नजर बचा शमशान पहुंची दिया देवी (65) पति की जलती चिता में जा कर सो गयी. तालाब से जब लोग घर लौटे, तो उन्हें घर पर नहीं पाया. आस पड़ोस में तलाश करने के बाद जब उनका कहीं पता नहीं चला तब परिजन चिता की ओर गये तो माजरा स्पष्ट हो गया. इस लोमहर्षक घटना के बाद लोग सकते में हैं. पुलिस भी उलझन में है. हालांकि उसने खुदकुशी का मामला दर्ज किया है.
सात्विक मानसिकता की थी
दिवा देवी नवहट्टा प्रखंड के असय केदली के स्व जीबू मंडल की बड़ी पुत्री थी. इनकी शादी वर्ष 1960 में परमीनीया के स्व चथरुमंडल के दूसरे पुत्र रामचरित्र मंडल से हुई थी.दोनों हमेशा पूजा पाठ में लीन रहते थे. परोपकारी प्रवृत्ति की थी.