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ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी काम लेने में कंपनी सफल

पटना: ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी दिल्ली की एक कंपनी कुनौली और कटिहार में बाढ़ नियंत्रण का काम लेने में सफल हो गयी. यह खुलासा महालेखाकार (लेखा परीक्षा बिहार) की रिपोर्ट में हुआ है. इससे जल संसाधन विभाग की नींद उड़ गयी है. रिपोर्ट जारी होने के बाद जल संसाधन विभाग ने पूरे मामले […]

पटना: ब्लैक लिस्टेड होने के बाद भी दिल्ली की एक कंपनी कुनौली और कटिहार में बाढ़ नियंत्रण का काम लेने में सफल हो गयी. यह खुलासा महालेखाकार (लेखा परीक्षा बिहार) की रिपोर्ट में हुआ है. इससे जल संसाधन विभाग की नींद उड़ गयी है.

रिपोर्ट जारी होने के बाद जल संसाधन विभाग ने पूरे मामले की पुन: जांच करायी, तो मामला सही मिला. अंतत: विभाग ने दिल्ली की जेकेएम इन्फ्रा प्रो प्राइवेट लिमिटेड को पुन: काली सूची में डालने का आदेश जारी किया है. उक्त कंपनी को कटिहार पथ प्रमंडल ने चार जून, 2009 को ही डिफॉल्टर घोषित कर दिया था. कंपनी को अगली किसी निविदा में भाग लेने से वंचित करने का भी आदेश जारी किया गया था. कटिहार पथ प्रमंडल ने अपने आदेश (पत्रंक 765, चार अप्रैल, 2009) में यह साफ कर दिया था कि कंपनी 31 दिसंबर, 2010 तक किसी निविदा में भाग नहीं ले सकती. कटिहार पथ प्रमंडल के इस आदेश को ताक पर रख कर दिल्ली की कंपनी कुनौली तथा कटिहार में बाढ़ नियंत्रण और तटबंध निर्माण व मरम्मत का काम लेने में सफल हो गयी.

महालेखाकार की अंकेक्षण रिपोर्ट में जब यह खुलासा हुआ, तो विभाग ने मामले की जांच करायी. जांच में महालेखाकार की रिपोर्ट सही पायी गयी. जांच रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ कि नयी दिल्ली की जेकेएम इन्फ्रा प्रा प्राइवेट लिमिटेड ने गलत शपथ पत्र देकर कुनौली और कटिहार में बाढ़ नियंत्रण और तटबंध निर्माण व मरम्मत का काम लिया. जल संसाधन विभाग के बिहार ठेकेदारी निबंधन नियमावली, 2007 के नियम-11 (सात) के तहत कदाचार के आरोप में पुन: कंपनी को ब्लैक लिस्टेड घोषित कर दिया था.

नाम को लेकर भी उलझा रहा मामला

कटिहार पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा चार जून, 2009 को जारी डिफॉल्टर संवदेकों की सूची को लेकर भी मामला कई महीनों तक उलझा रहा. महालेखाकार की रिपोर्ट आने के बाद जल संसाधन विभाग ने जब नयी दिल्ली की जेकेएम इन्फ्रा प्रो प्राइवेट लिमिटेड से स्पष्टीकरण पूछा, तो जवाब मिला कि कटिहार पथ प्रमंडल की डिबार कांट्रेक्ट की काली सूची में केकेएल इन्फ्रा प्रो प्रा. लि. डिबार है, न कि जेकेएम इन्फ्रा प्रो प्रा लि. कंपनी ने अपने जवाब में कहा है कि इसकी जानकारी उसे नहीं थी. जल संसाधन विभाग ने कटिहार पथ प्रमंडल से भी इस मामले में रिपोर्ट मांगी. 28 मार्च, 2014 को भेजी गयी रिपोर्ट में कटिहार पथ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने स्पष्ट किया गया कि डिबार जेकेएम इन्फ्रा प्रो प्रा.लि,नयी दिल्ली ही है.

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