पटना. जहानाबाद के पूर्व सांसद जगदीश शर्मा अब लोजपा में शामिल नहीं होंगे. बेटे राहुल कुमार के सवाल पर उन्होंने लोजपा में शामिल हाने का इरादा त्याग दिया है. सब कुछ ठीक रहता, तो सोमवार को वह लोजपा की सदस्यता ग्रहण कर लेते. लेकिन, ऐन मौके पर लोजपा सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने जदयू के पूर्व विधायक और जगदीश शर्मा के बेटे राहुल कुमार के भी साथ दल में आने का सवाल किया, तो उन्होंने इससे साफ इनकार कर दिया.
खुद जगदीश शर्मा ने कहा कि बात सिर्फ मेरे शामिल होने की थी, राहुल का नाम कहां से आ गया. फिलहाल जगदीश शर्मा के मना कर देने से रविवार को मिलन समारोह के लिए एसके मेमोरियल सभागार का आरक्षण भी वापस ले लिया गया है. जगदीश शर्मा राज्य के पूर्व मंत्री भी रहे हैं और वर्तमान में चारा घोटाले में सजायाफ्ता होने पर उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त कर दी गयी है. इधर, लोजपा सूत्रों ने बताया कि भाजपा के मना करने पर पार्टी ने जगदीश शर्मा को शामिल करने का प्रस्ताव खारिज कर दिया है. चारा घोटाले में सजायाफता होने के कारण भाजपा उनसे परहेज चाह रही थी.
प्रभात खबर से बातचीत में श्री शर्मा ने कहा कि लोजपा में शामिल होने का आग्रह पार्टी के पूर्व सांसद सूरजभान सिंह का था. जब उनको इस आशय का प्रस्ताव श्री सिंह ने दिया तो हमने कहा कि पहले वह अपने नेताओं से बातचीत कर लें. उनकी पहल पर मैं खुद दिल्ली गया.
15 या 16 अक्तूबर को दिल्ली में रामविलास पासवान, पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान की मौजूदगी में बातचीत चली. पारस ने कहा, जितना जल्द शामिल हो जायें, अच्छा होगा. शर्मा ने कहा कि उन्होंने छठ पूजा के बाद शामिल होने की बात कही. इधर, सूरजभान सिंह से दोबारा बात हुई, तो उन्होंने सात दिसंबर को मिलन की तारीख बतायी. हम भी तैयार हो गये. अपने आदमियों को खबर कर दी. शर्मा ने कहा कि शनिवार की सुबह पासवान जी का फोन आया, तो उन्होंने राहुल कुमार के बारे में जानकारी मांगी कि वह भी शामिल हो रहे हैं. इस पर हमने कहा कि वह अभी कैसे शामिल हो सकते हैं. विधानसभा की सदस्यता खत्म होने के मामले में उनका अभी पटना उच्च न्यायालय में मुकदमा चल रहा है. यह मुकदमा सुप्रीम कोर्ट तक जायेगा. ऐसे में राहुल का अभी लोजपा में शामिल होने का सवाल ही नहीं है.