पटना: केंद्रीय सेक्टर से बिहार को मिलनेवाली बिजली में 50 मेगावाट की वृद्धि की गयी है. लगभग डेढ़ साल में बिहार को केंद्रीय सेक्टर से 350 मेगावाट की वृद्धि की गयी है. वर्तमान में बिहार को केंद्रीय सेक्टर से 1982 मेगावाट आवंटित है. एक जुलाई से वृद्धि के बाद राज्य का केंद्रीय कोटा 2032 मेगावाट हो गया है. एक जुलाई से बिहार को यह बढ़ी हुई बिजली उपलब्ध होगी. बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के जनसंपर्क निदेशक हरेराम पांडेय ने कहा है कि फरक्का स्टेज तीन से बिहार को यह बिजली उपलब्ध होगी.
आपूर्ति पूरी नहीं
हालांकि, केंद्रीय सेक्टर से मिलनेवाली बिजली पूरी नहीं मिलने के कारण राज्य को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाता है. केंद्रीय सेक्टर से औसतन 1200 मेगावाट ही बिजली मिल पाती है. इसके पहले 24 अप्रैल, 2013 को भी केंद्रीय सेक्टर से 150 मेगावाट की वृद्धि की गयी थी. पूर्वी क्षेत्र में अनावंटित कोटा के तहत 150 मेगावाट बिजली एनटीपीसी के पास उपलब्ध थी.
एनटीपीसी इस बिजली को आंध्रप्रदेश में 100 मेगावाट, केरल को 35 मेगावाट और तामिलनाडु को 15 मेगावाट दे रही थी. बिहार में कायम बिजली संकट देखते हुए ऊर्जा मंत्रलय ने केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण को आदेश दिया. 26 अप्रैल से यह बिजली बिहार को मिलने लगी थी. इससे पहले अक्तूबर, 2012 में 100 मेगावाट की वृद्धि की गयी थी. अप्रैल, 2012 में ही लगभग 60 मेगावाट बिजली बिल की वृद्धि की गयी थी. लगभग डेढ़ साल के भीतर केंद्र ने 360 मेगावाट की वृद्धि कर दी.