पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधीवादी दिवंगत त्रिपुरारि शरण के पटना स्थित आवास जाकर उन्हें आज सुबह श्रद्धांजलि अर्पित की. बिहार राज्य खादी ग्रामोदयोग बोर्ड के अध्यक्ष और गांधीवादी त्रिपुरारि शरण (85) का लंबी बीमारी के बाद पटना स्थित उनके सरकारी आवास पर कल निधन हो गया था.
मुख्यमंत्री ने शरण के आवास जाकर उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके पुत्र सिद्धार्थ कुमार, श्याम कुमार एवं संजय कुमार सहित अन्य परिजनों को सांत्वना दी.
उन्होंने त्रिपुरारि बाबू को प्रख्यात गांधीवादी और समाजवादी नेता बताते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन खादी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लोकनायक जयप्रकाश नारायण के विचारों के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित रहा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार खादी पुरुष एवं खादी रत्न की उपाधि से सम्मानित त्रिपुरारि बाबू लोकनायक जयप्रकाश नारायण के निकट सहयोगी थे और उनकी 1974 के जेपी आंदोलन में मुख्य भूमिका रही थी.
उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित संस्था ग्राम निर्माण मंडल खादी ग्रामोद्योग समिति से त्रिपुरारि बाबू जीवनप्रयंर्त जुडे रहे.
त्रिपुरारि बाबू के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत आत्मा को ईश्वर चिर शांति प्रदान करें तथा उनके परिजनों, अनुयायियों एवं शुभचिंतकों को दुख की इस घडी में धैर्य रखने की शक्ति प्रदान करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरारि बाबू का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा. त्रिपुरारि शरण का अंतिम संस्कार पटना स्थित गुलबी घाट पर किया जायेगा.