पटना: एक मई श्रमिकों के लिए अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के रूप में मनाया जाता है, लेकिन आज भी हमारे देश में श्रमिकों को समान कार्य के लिए समान वेतन नहीं मिलता है.
ये बातें आर्थिक अध्ययन संस्थान के अध्यक्ष डॉ जगन्नाथ मिश्र ने कहीं. वे मंगलवार को मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के तत्वावधान में ‘असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की दशा’ पर आयोजित सेमिनार में बोल रहे थे. प्रतिष्ठान के महासचिव रामउदार झा ने बताया कि शिक्षित, अशिक्षित, कुशल व अकुशल समेत महिला श्रमिक कार्य करते हैं.
उनका प्रत्येक क्षेत्र में पूंजीपतियों द्वारा शोषण हो रहा है. ऐसे में मजदूर दिवस को सार्थक बनाने के लिए समान कार्य के लिए समान वेतन नीति को लागू करने की जरूरत है. मौके पर पटना विवि के शिक्षक प्रो एनके चौधरी, पूर्व आइएएस अधिकारी डॉ गोरेलाल यादव, पूर्व आइएएस अधिकारी बच्च ठाकुर, श्याम बिहारी मिश्र, ललन दूबे, कपिलदेव नारायण सिंह, मुरारी पांडेय आदि मौजूद थे.