पटना: शिक्षा विभाग का दावा था कि सवा लाख प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति अगस्त, 2013 तक कर ली जायेगी. लेकिन जिलों से विभाग में आ रही रिपोर्ट के अनुसार करीब 90 हजार अभ्यर्थियों को ही नियोजित पत्र दिया जा सकेगा.
इस तरह 30 हजार से अधिक पुरुष अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित होंगे. वहीं महिला शिक्षक के आधे से अधिक पद खाली रह जायेंगे. क्योंकि महिला अभ्यर्थी के नहीं रहने पर भी उसके लिए आरक्षित सीट पर पुरुष को नियुक्त नहीं करना है.
आधी सीट महिला के लिए आरक्षित
प्रारंभिक शिक्षकों के 1.68 लाख पद हैं, जिन पर नियोजन होना है. इनमें आधी सीटें अर्थात 84 हजार महिला अभ्यर्थी के लिए आरक्षित है. जबकि महिला अभ्यर्थियों की संख्या मात्र 37335 महिला हैं. इस प्रकार महिला शिक्षकों के 47 हजार पद खाली रह जायेंगे.
9000 नियोजन इकाइयों में होगी नियुक्ति
विभाग के पदाधिकारी बताते हैं कि 9000 नियोजन इकाइयों में अलग-अलग नियुक्ति प्रक्रिया चल रही है. यह भी एक कारण है कि पद रहते अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित हो रहे हैं. प्रारंभिक विद्यालयों में सामान्य विषयों में पुरुष अभ्यर्थियों के लिए करीब 74 हजार पद हैं, जबकि इनकी संख्या 88 हजार के करीब है. आंकड़ों को देखें तो ऐसा प्रतीत होता है कि मात्र 14 हजार पुरुष अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित होंगे. लेकिन जिलों से आ रही जानकारी के अनुसार 30 हजार से अधिक नियुक्ति से वंचित होंगे. क्योंकि कई नियोजन इकाइयों में पद से कई गुणा अधिक आवेदन जमा हुए हैं. वहीं कई जगहों पर पद खाली रह जाने की संभावना है. नियुक्ति की केंद्रीय व्यवस्था नहीं होने के कारण ऐसा हो रहा है. क्योंकि जिस नियोजन इकाई में अभ्यर्थी आवेदन जमा किये हैं, उन्हें दूसरी जगह पर पद खाली रहने के बावजूद नहीं भेजा जा सकता है. नियुक्ति की केंद्रीय व्यवस्था होती तो जहां कहीं भी पद खाली हैं, वहां अभ्यर्थी का नियोजन किया जा सकता था.
अब तक बंटे 72 हजार नियोजन पत्र
जिलों से आयी रिपोर्ट के अनुसार अब तक 72 हजार नियोजन पत्र वितरित किये गये हैं. नियोजन पत्र निर्गत करने के 30 दिन के अंदर जो अभ्यर्थी विद्यालय में योगदान नहीं करेंगे, वहां पर प्रतीक्षा सूची वाले को मौका दिया जाना है.