पटना: मेयर अफजल इमाम ने एकबार फिर नगर आयुक्त के खिलाफ चिट्ठी बम फोड़ा है. बुधवार को नगर विकास मंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि पिछले दो वर्षो में जनहित से जुड़ी दर्जनों योजनाएं स्थायी समिति व निगम बोर्ड से स्वीकृत की गयीं, लेकिन एक भी पूरी नहीं हुई.
इसका खामियाजा शहर के लोग कभी जलजमाव, तो कभी डेंगू के रूप में भुगत रहे हैं. इसके बावजूद नगर आयुक्त की नींद नहीं खुल रही है.
लटका है ठोस कचरा प्रबंधन : मेयर ने कहा है कि 10 सितंबर, 13 को हुई स्थायी समिति के बैठक में ठोस कचरा प्रबंधन के तहत खरीदे जानेवाले उपकरणों के लिए टेंडर निकालने व डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए एजेंसी चयनित करने की मंजूरी दी गयी. तीन सितंबर, 14 को हुई स्थायी समिति की बैठक में क्रय समिति की अनुशंसा को स्वीकृत दी गयी और कहा गया कि क्रय समिति के अध्यक्ष नगर आयुक्त हैं. खरीदारी में गड़बड़ी होगी, तो जिम्मेवार नगर आयुक्त होंगे. इस पर नगर आयुक्त को आपत्ति थी.
इसको लेकर ही 21 अक्तूबर को निगम बोर्ड की अवैध बैठक आयोजित की गयी, जिसमें दोबारा ठोस कचरा प्रबंधन के तहत उपकरण खरीद पर निर्णय लिया गया. इस बैठक का मामला भी हाइकोर्ट में चल रहा है, जिस पर निर्णय आना बाकी है. मेयर ने मंत्री से आग्रह किया है कि अविलंब नगर आयुक्त को निर्देश दें, ताकि पारित प्रस्ताव पूरा हो.