* केदारनाथ धाम से मौत से लड़ कर लौटे श्रद्धालुओं ने सुनायी आपबीती
पटना : चार धाम की यात्रा से लौटे राजधानी के दरियापुर मोहल्ले के रहने वाले अधिवक्ता सुखदेव प्रसाद ने बताया कि वे एक ट्रेवेल एजेंसी की बस से चार धाम की यात्रा पर गये थे. बिहार से अकेले थे, लेकिन उनके ग्रुप में कुल 25 लोग थे. बाकी लोग कर्नाटक, बंगाल आदि राज्यों के थे. 9 जून को रवाना हुये थे.
तीन धाम यमुनोत्री, गंगोत्री व केदारनाथ की यात्रा पूरी हो गयी थी. 16 जून को वे लोग बद्री नाथ के लिए चले, लेकिन पहाड़ टूटने और भारी बारिश के चलते आगे जाना मुश्किल हो गया और पीछे लौटना भी मुमकिन नहीं था. बस बीच में ही फंस गयी. उसके बाद किसी तरह बस से 20 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे में तय कर वे लोग एक ऐसी जगह पहुंचे, जहां एक होटल था. लेकिन, उस जगह का नाम नहीं पता चल सका. क्योंकि वहां कोई आदमी नहीं था. खाने का सामान या पानी भी नहीं था.
सिर्फ सिर छुपाने की जगह मिली. दो दिनों तक वहीं रहे. इस बीच ग्रुप में रही कुछ वृद्ध महिलाओं की तबीयत बिगड़ने लगी. तब दो दिनों के बाद फिर से हिम्मत बांध कर वे लोग वहां से निकले. 10 किलोमीटर आगे बढ़ने पर एक जगह पहुंचे जहां टेलीफोन की सुविधा मिली. वहीं से ग्रुप में शामिल कर्नाटक की दो लड़कियों ने कर्नाटका सरकार के किसी अधिकारी को फोन किया. तब एक दिन बाद सरकार की मदद से वे लोग वहां से सुरक्षित निकल पाये. सुखदेव ने बताया कि भगवान का लाख-लाख शुक्र है कि वे, लोग इतनी त्रसदी झेलने के बाद सुरक्षित लौट आये हैं.
* अब भी फंसे हैं कई लोग
उत्तराखंड त्रासदी के बाद अब भी पटना के कई लोग फंसे हुए हैं. पटना में कार्यरत बैंक अधिकारी पंकज कुमार सिंह की माता जी और रांची में स्टेट बैंक के मैनेजर डीएस झा की पत्नी का कुछ पता नहीं चल पा रहा है. उनके साथ गये शिक्षा विभाग के उपनिदेशक संजीव सुमन से शनिवार को मोबाइल पर बात हुई, तो उन्होंने ये जानकारी दी. कहा, कि बाकी लोग सुरक्षित हैं.
क्या हाल है, यह पूछे जाने पर कहा कि बस जिंदा हैं. दो लोगों का पता नहीं चल पा रहा है. इसलिए ग्रुप के लोग हताश हैं. अभी वे लोग गुप्तकाशी पहुंच गये हैं. उनकी पत्नी पिंकी सिंह को शुक्रवार को ही हेलीकॉप्टर से लिफ्ट कर गुप्तकाशी पहुंचा दिया गया था. इधर शनिवार को केदारनाथ घाटी से बिहार के भी आठ लोगों को सकुशल बचाया गया, जिमसें दो बच्चे भी शामिल हैं.
जिन लोगों को बचाया गया है, उसमें मुजफ्फरपुर के के गौतम बंगा, राम गढ़ की गीता देवी और उनके दो बच्चे दीपम और सलोनी शामिल हैं. इसके अलावा पटना के संजीव सुमन की पत्नी डा तबीसी सिंह व नरेंद्र सिंह की पत्नी लीला सिंह को भी बचाया गया है. बिहार के ही चक्रपाठी चौधरी और सीता देवी को भी रेस्क्यू टीम ने सकुशल बचा लिया है.
* पीड़ितों की मदद कर रहा मारवाड़ी सम्मेलन
पटना : उत्तराखंड के आपदा पीड़ितों की मदद में मारवाड़ी समाज जुटा है. अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो रामपाल अग्रवाल नूतन ने कहा कि सम्मेलन की उत्तराखंड इकाई राहत कार्य में जुटी है. ट्रकों द्वारा पानी के पाउच, सूखे दूध के पैकेट, बिस्कुट व ग्लूकोज के पैकेट के अलावा दवाइयां, मोमबत्ती आदि सामग्री भिजवायी जा रही है.
23 जून को राहत सामग्रियों से भरी तीन बसें व 10 कार्यकर्ता रवाना होंगे. बिहार से निवर्तमान अध्यक्ष विजय कुमार किशोरपुरिया ने 51 हजार रुपये दिये हैं. वहीं एक लाख रुपये बीएल अग्रवाल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा भेजा गया है. गोशाला फेडरेशन समेत कई संस्थाओं ने लगभग दो लाख का चेक दिया है. सम्मेलन की ओर से 25 जून को संत पशुपतिनाथ वेद विद्यालय में हवन का आयोजन किया गया है.
मौके पर मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष पवन कुमार सुरेका, अखिल भारतीय मारवाड़ी सम्मेलन के चेयनमैन कमल नोपानी, पटना की अध्यक्ष सुषमा अग्रवाल आदि उपस्थित थे.
* तीर्थ यात्रियों की सेवा में जुटें कार्यकर्ता: राधा मोहन सिंह
पटना : उत्तराखंड भाजपा के राष्ट्रीय प्रभारी और बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष राधा मोहन सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से उत्तराखंड की प्राकृतिक आपदा में फंसे तीर्थ यात्रियों की सेवा करने की अपील की है. शनिवार को अपनी अपील में कहा है कि कार्यकर्ता इस दुख की घड़ी में भूख- प्यास की चिंता किये बगैर देश से आये समस्त तीर्थ यात्रियों की सेवा सुश्रुसा में कोई कोसर नहीं छोड़े.
* सलामती के लिए कैंडल मार्च निकाला
पटना त्नशनिवार को भारत साधु समाज ने बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ आश्रम में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया. इसमें साधु समाज के महामंत्री स्वामी हरिनारायणानंद ने वेदमंत्रों तथा गीता का पाठ किया. इस मौके पर भूप नारायण सिंह, गंगा प्रसाद, रमाकांत पाण्डेय आदि उपस्थित थे. उधर आश्रय अभियान एवं जनकल्याण ग्रामीण विकास समिति ने प्राकृतिक आपदा में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए कैंडर मार्च निकाला. मौके पर भाजपा के वरीय नेता डॉ सीपी ठाकुर ने चिंता जताते हुए कहा कि मौसम विभाग ने इस तरह की घटना की आशंका जतायी थी.
इसके बावजूद वहां की सरकार ने कोई नोटिस नहीं लिया और यात्रियों को रोका नहीं गया. इस मौके पर पर्यावरण की जानकारी को लेकर जागरुकता अभियान चलाने और सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने का संकल्प लिया गया.
कार्यक्रम में विधायक पूनम देवी, गोविंद कुमार बंसल, सुगंबर पासवान, दिलीप पटेल, रूक्मिणि देवी, राजेश कुमार मंडल, धनंजय यादव, रंजीत कुमार आदि उपस्थित थे. वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने पटना जंकशन स्थित महावीर मंदिर के पास पीड़ितों के सहायतार्थ धन संग्रह किया. राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य पप्पू वर्मा ने बताया कि धन संग्रह के दौरान सात हजार की राशि जमा हुयी है. यह अभियान आगे भी जारी रहेगा. इस मौके पर पटना विवि के छात्र संघ अध्यक्ष आशीष सिन्हा समेत कई लोग उपस्थित थे.
* बिहारियों को निकालने के लिए किराये पर लें हेलीकॉप्टर: मोदी
पटना : उत्तराखंड में अब भी बिहार के 10 हजार से अधिक लोग फंसे हैं. बिहार सरकार तत्काल फंसे लोगों को लाने का इंतजाम करे. जरूरत हो, तो किराये पर हेलीकॉप्टर लेने में भी बिहार सरकार को विलंब नहीं करना चाहिए. ये बातें पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी व विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहीं.
गर्दनीबाग स्टेडियम में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की घटना से किसी तरह उबर पाये हैं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे. वे दिल्ली में इलाज करा रहे हैं. उनके साढू व साली के शव मंदिर परिसर में पड़े हैं. बिहार सरकार उसे पटना लाने का इंतजाम करे. भाजपा नेताओं ने कहा कि शुरू-शुरू में मौसम ठीक नहीं रहने के कारण वहां हेलीकॉप्टर उतार पाना संभव नहीं था, लेकिन अब मौसम सामान्य हो गया है. दुख इस बात का है कि वहां की सरकार ने न बेस कैंप बनाया, न तीर्थ यात्रियों के इलाज की व्यवस्था की. वहां अव्यवस्था का आलम है.
उत्तराखंड में बिहार के हजारों यात्री अलग-अलग शिविरों में रह रहे हैं या अब भी जहां-तहां भटक रहे हैं. दोनों नेताओं ने रेल मंत्री से देहरादून से पटना के बीच तत्काल स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की. संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी, राष्ट्रीय प्रभारी धर्मेद्र प्रधान, सह प्रभारी विनोद पांडेय, संगठन महामंत्री नागेंद्र जी और प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय उपस्थित थे.
* भाई दिनेश ने दी 21 हजार की सहायता
पटना : जगदीशपुर के विधायक दिनेश कुमार सिंह उर्फ भाई दिनेश ने उत्तराखंड में आयी भीषण प्राकृतिक त्रासदी में हताहतों के प्रति शोक संवेदना प्रकट की है. विधायक ने उत्तराखंड स रकार को सीएम आपदा राहत कोष के तहत 21 हजार रुपये की राशि दी है.
* लोजपा ने की चादरपोशी
पटना : पटना महानगर लोक जनशक्ति पार्टी ने उत्तराखंड में मारे गये लोगों की आत्मा की शांति के लिए हाइकोर्ट के समीप अवस्थित मजार पर चादरपोशी की. इसमें कमाल प्रवेज, मुकेश पासवान, ओम प्रकाश, चंद्रशेखर कुमार मुन्ना, तन्नु आजाद, महेश ठाकुर, कन्हैया लाल पासवान, फजल तौहिद, कृष्णा सिंह व मेराज खालिद ने भाग लिया.
* चौबे से मिलने दिल्ली गये नंदकिशोर
पटना : उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा के शिकार हुए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे से विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने दिल्ली में मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना. श्री यादव ने कहा कि उत्तराखंड व केंद्र सरकार पूरी तरह संवेदनहीन हो चुकी है. आपदा पर भाजपा कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं करना चाहती, लेकिन मानवता के नाते हम केंद्र को आगाह कर रहे हैं. केंद्र इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करे.
* राष्ट्रीय आपदा घोषित हो : राजद
पटना : राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, महासचिव निराला यादव, भाई अरुण कुमार व डॉ प्रेम गुप्ता ने केंद्र से उत्तराखंड की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है. राजद नेताओं ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों के फंसे नागरिकों को निकालने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जाये.